4. ऊष्मा Science class 7 exercise अतिरिक्त-प्रश्नोत्तर (ऊष्मा )
4. ऊष्मा Science class 7 exercise अतिरिक्त-प्रश्नोत्तर (ऊष्मा ) ncert book solution in hindi-medium
NCERT Books Subjects for class 7th Hindi Medium
अध्याय -समीक्षा
अध्याय-समीक्षा
- किसी वस्तु की उष्णता (गर्मी) की विश्वसनीय माप उसके ताप से की जाती
है। - ताप मापने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति को तापमापी (थर्मामीटर) कहते हैं।
- जिस तापमापी से हम अपने शरीर के ताप को मापते हैं उसे डॉक्टरी थर्मामीटर कहते हैं।
- डॉक्टरी थर्मामीटर में एक लंबी, बारीक तथा एक समान व्यास की काँच की नली होती है। इसके एक सिरे पर एक बल्ब होता है। बल्ब में पारा भरा होता है। बल्ब के बाहर नली में पारे की एक पतली चमकीली धारी देखी जा सकती है।
- थर्मामीटर पर आपको ताप मापने का एक मापक्रम (स्केल) भी दिखाई
देगा। उपयोग किए जाने वाला यह मापक्रम सेल्सियस स्केल है, जिसे °C द्वारा दर्शाते हैं। - डॉक्टरी थर्मामीटर से हम 35 °C से 42 °C तक के ताप ही माप सकते हैं अर्थात डॉक्टरी थर्मामीटर में सेल्सियस तापमान कि सीमा/परिसर 35 °C से 42 °C तक होती है।
- तापमान का अंतर्राष्ट्रीय मानक (S.I.) मात्रक केल्विन (Kelvin) है|
- कही कही तापमान फारेनहाईट में मापा जाता है, भारत में शरीर का ताप बुखार के समय डॉक्टरी थर्मामीटर से फारेनहाईट में मापा जाता है |
- मानव शरीर का सामान्य ताप 37 °C है।
- समान्य ताप स्वस्थ्य व्यक्तियों के विशाल समूह के शरीर का औसत ताप है |
- प्रयोगशाला तापमापी का परिसर प्रायः 10 °C से 110 °C होता है |
- डॉक्टरी थर्मामीटर के बल्ब के पास एक विभंग होता है जो पारे के तल को अपने आप निचे गिरने से रोकता है |
- आजकल तापमान मापने के लिए अंकीय तापमापी (digital thermometre) का उपयोग हो रहा है इसके टूटने का खतरा कम् रहता है |
- ऊष्मा सदैव गर्म वस्तु से अपेक्षाकृत ठंडी वस्तु की ओर प्रवाहित होती है।
- ऊष्मा का स्थानान्तरण: जब ऊष्मा एक स्थान से दुसरे स्थान जाती है तो इसे ऊष्मा का स्थानांतरण कहते हैं |
- ऊष्मा के स्थानांतरण कि तीन विधियाँ हैं - (i) चालन (ii) संवहन (iii) विकिरण
- वह प्रक्रम जिसमें ऊष्मा किसी वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानांतरित होती है, चालन कहलाता है। ठोसों में ऊष्मा प्रायः चालन के प्रक्रम द्वारा स्थानांतरित होती है।
- जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से जाने देते हैं उन्हें ऊष्मा का चालक कहते हैं। इनके उदाहरण हैं, ऐलुमिनियम, आयरन (लोहा) तथा कॉपर (ताँबा)।
- जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से नहीं जाने देते, उन्हें ऊष्मा का कुचालक कहते हैं, जैसे प्लास्टिक लकड़ी आदि |
- तरल पदार्थों में ऊष्मा के स्थानांतरण कि विधि को संवहन कहते है |
- समुद्र की ओर से आने वाली वायु को समुद्र समीर कहते हैं।
- समुद्र का जल, स्थल की अपेक्षा धीमी गति से ठंडा होता है। इसलिए, स्थल की ओर से ठंडी वायु समुद्र की ओर बहती है। इसे थल समीर कहते हैं |
- ऊष्मा स्थानांतरण कि वह विधि जिसमें ऊष्मा के गमन के लिए किसी माध्यम कि आवश्यकता नहीं होती विकिरण कहलाता है |
- सूर्य से हम तक ऊष्मा विकिरण प्रक्रम के द्वारा आता है |
- विकिरण द्वारा ऊष्मा के स्थानांतरण में किसी माध्यम जैसे वायु अथवा जल की आवश्यकता नहीं होती।
- माध्यम विद्यमान हो या न हो, विकिरण द्वारा ऊष्मा का स्थानांतरण हो सकता है।
- जब हम किसी तापक (हीटर) के सामने बैठते हैं, तो हमें इसी प्रक्रम द्वारा ऊष्मा प्राप्त होती है।
- सभी गर्म पिंड विकिरणों के रूप में ऊष्मा विकिरित करते हैं। जब ये ऊष्मा विकिरण किसी अन्य वस्तु से टकराते हैं, तो इनका कुछ भाग परावर्तित हो जाता है, कुछ भाग अवशोषित हो जाता है तथा कुछ भाग परागत हो सकता है। ऊष्मा के अवशोषित भाग के कारण वस्तु का ताप बढ़ जाता है।
- गहरे रंग के पृष्ठ अपेक्षाकृत अधिक ऊष्मा अवशोषित करते हैं। इसलिए,
सर्दियों में गहरे रंग के वस्त्र पहनना हमें सुखद लगता है। - हल्वेफ रंग के कपड़े ऊष्मीय विकिरणों के अधिकांश भाग को परावर्तित कर देते हैं। इसलिए, गर्मियों में हमें हल्के रंग के वस्त्र अधिक अरामदेह लगते हैं।
- ऊन ऊष्मा-रोधी है। इसके अतिरिक्त, ऊन के रेशों के बीच में वायु फंसी (ट्रैप) रहती है।
अभ्यास-प्रश्नोत्तर (NCERT Solution)
अभ्यास-प्रश्नोत्तर:
Q1. प्रयोगशाला तापमापी तथा डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच समानताएँ तथा अंतर लिखिए।
उत्तर: प्रयोगशाला तापमापी तथा डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच समानताएँ-
(i) दोनों तापमापियों का कार्य करने का सिद्धांत एक जैसा है|
(ii) दोनों का उपयोग तापमान मापने के लिए किया जाता है|
(iii) दोनों में एक मोटी दीवार वाली कांच की ट्यूब होती है, जो एक महीन एकसमान मोटाई पतली (केशिका) ट्यूब को जोड़ती है।
(iv) तापमान मापने के लिए दोनों थर्मामीटर में पारा का उपयोग किया जाता है।
(v) दोनों में सेल्सियस और फ़ारेनहाइट में अंकन होता हैं।
प्रयोगशाला तापमापी तथा डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच अंतर-
(i) प्रयोगशाला थर्मामीटर का उपयोग विभिन्न वस्तुओं के तापमान को मापने के लिए किया जाता है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर का उपयोग केवल मनुष्य का तापमान मापने के लिए किया जाता है।
(ii) आम तौर पर, प्रयोगशाला थर्मामीटर में तापमान का परिसर 10℃ से 110 ℃ तक होता है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर में तापमान का परिसर 35 ℃ से 42 ℃ तक होता है।
(iii) आमतौर पर प्रयोगशाला थर्मामीटर में पारा को रोकने के लिए कोई अवरोध नहीं होता है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर में पारा बल्ब के पास एक छोटा-सा अवरोध होता है।
(iv) प्रयोगशाला थर्मामीटर को पढ़ने के दौरान सीधा रखना पड़ता है, जबकि पर
पढ़ते समय डॉक्टरी थर्मामीटर को झुकाया जा सकता है।
Q2. ऊष्मा चालक तथा ऊष्मा-रोधी, प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए।
उतर: ऊष्मा चालक के दो उदाहरण-
(i) तांबा और
(ii) एलुमिनियम
ऊष्मा-रोधी पदार्थ का दो उदाहरण-
(i) लकड़ी और
(ii) हवा
Q3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिएः
(क) कोई वस्तु कितनी गरम है इसकी जानकारी --------------- द्वारा प्राप्त होती
है।
(ख) उबलते हुए पानी का ताप --------------- तापमापी से नहीं मापा जा सकता।
(ग) ताप को डिग्री --------------- में मापते हैं।
(घ) बिना किसी माध्यम द्वारा ऊष्मा स्थानांतरण के प्रक्रम को --------------- कहते हैं।
(च) स्टील की एक ठंडी चम्मच गर्म दूध् के प्याले में रखी गई है। यह अपने दूसरे सिरे तक ऊष्मा का स्थानांतरण --------------- प्रक्रम द्वारा करेगी।
(छ) हल्के रंग के वस्त्रों की अपेक्षा --------------- रंग के वस्त्र ऊष्मा का अधिक अवशोषण करते हैं।
उत्तर:
(क) तापमान
(ख) डॉक्टरी
(ग) सेल्सियस
(घ) विकिरण
(च) चालन
(छ) काले
Q4. कॉलम A में दिए कथनों का कॉलम B के शब्दों से मिलान कीजिए-
कॉलम A | कॉलम B |
(क) थल समीर के बहने का समय | (i) गर्मियाँ |
(ख) समुद्र समीर के बहने का समय | (ii) सर्दियाँ |
(ग) गहरे रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (iii) दिन |
(घ) हल्के रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (iv) रात |
उत्तर:
कॉलम A | कॉलम B |
(क) थल समीर के बहने का समय | (iv) रात |
(ख) समुद्र समीर के बहने का समय | (iv) दिन |
(ग) गहरे रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (ii) सर्दियाँ |
(घ) हल्के रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (i) गर्मियाँ |
Q5. सर्दियों में एक मोटा वस्त्र पहनने के तुलना में उसी मोटाई का कई परतों का बना
वस्त्र अधिक उष्णता क्यों प्रदान करता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: गर्म कपड़ों की दो परतों के बीच हवा फंस जाती है। वायु ऊष्मा के कुचालक जैसा कार्य करती है। यह परत हमारे शरीर की गर्मी को आसपास के वातावरण में जाने से रोकती है। पतली कपड़ों की अधिक परतें अधिक हवा को रोकेंगी और परिणामस्वरूप हमें ठंड नहीं लगेगी। यही कारण है कि सर्दियों के दौरान कपड़ों की अधिक परतें पहनना हमारे द्वारा सिर्फ एक मोटा टुकड़ा पहनने से ज्यादा गर्म रखती हैं।
Q6. चित्र 4.13 को देखिए। अंकित कीजिए कि कहाँ-कहाँ चालन, संवहन तथा विकिरण
द्वारा ऊष्मा स्थानांतरित हो रही है।
उत्तर:
(i) उबलते हुए जल में संवहन हो रहा है |
(ii) स्टोव में जो ऊष्मा आ रही है वह चालन से आ रही है |
(iii) स्टोव और बर्तन के आस पास कि ऊष्मा विकिरण से आ रही है |
Q7. गरम जलवायु के स्थानों पर यह परामर्श दिया जाता है कि घरों की बाहरी दीवारों
पर श्वेत (सफ़ेद) पेन्ट किया जाए। व्याख्या कीजिए।
उत्तर: गर्म जलवायु के स्थानों में यह सलाह दी जाती है कि घरों की बाहरी दीवारों को सफेद रंग से रंगा जाए क्योंकि सफेद रंग गर्मी को कम अवशोषित करता है जबकि गहरा रंग ऊष्होमा को अधिक अवशोषित करता है। इसलिए, घर के अंदर का तापमान बहुत नहीं बढ़ता है।
Q8. 30°C के एक लिटर जल को 50 °C के एक लिटर जल के साथ मिलाया गया।
मिश्रण का ताप होगा
(क) 80°C
(ख) 50°C से अधिक लेकिन 80°C से कम
(ग) 20°C
(घ) 30°C तथा 50°C के बीच
उत्तर: (घ) 30°C तथा 50°C के बीच
Q9. 40 °C ताप की लोहे की किसी गोली को कटोरी में भरे 40 °C ताप के जल में
डुबाया गया। इस प्रक्रिया में ऊष्मा
(क) लोहे की गोली से जल की ओर स्थानांतरित होगी।
(ख) न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न ही जल से लोहे की गोली की ओर स्थानांतरित होगी।
(ग) जल से लोहे की गोली की ओर स्थानांतरित होगी।
(घ) दोनों के ताप में वृद्धि कर देगी।
उत्तर: (ख) न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न ही जल से लोहे की गोली की ओर स्थानांतरित होगी।
Q10. लकड़ी की एक चम्मच को आइसक्रीम के प्याले में डुबोया गया है। इसका दूसरा
सिरा
(क) चालन के कारण ठंडा हो जाएगा।
(ख) संवहन के कारण ठंडा हो जाएगा।
(ग) विकिरण के कारण ठंडा हो जाएगा।
(घ) ठंडा नहीं होगा।
उत्तर: (घ) ठंडा नहीं होगा।
Q11. स्टेनलेस इस्पात की कड़ाही में प्रायः कॉपर (ताँबे) की तली लगाई जाती है। इसका कारण हो सकता है
(क) ताँबे की तली कड़ाही को अधिक टिकाऊ बना देती है।
(ख) ऐसी कड़ाही देखने में सुन्दर लगती है।
(ग) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
(घ) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबे को साफ करना अधिक आसान है।
उत्तर: (ग) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
अतिरिक्त-प्रश्नोत्तर (ऊष्मा )
अतिरिक्त:
प्रश्न - तापमापी किसे कहते है ?
उत्तर - ताप मापने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति को तापमापी (थर्मामीटर) कहते हैं।
प्रश्न -डॅाक्टरी थर्मामीटर किसे कहते है ?
उत्तर - जिस तापमापी से हम अपने शरीर के ताप को मापते हैं उसे डॉक्टरी थर्मामीटर कहते हैं।
प्रश्न - मानव शरीर का सामान्य ताप कितना है ?
उत्तर - मानव शरीर का सामान्य ताप 37 °C है।
प्रश्न - ताप का S.I मात्रक क्या है ?
उत्तर - केल्विन ।
प्रश्न - उष्मा के चालन की कौन कौन सी विधियाँ है ?
उत्तर - उष्मा के चालन की तीन विधियाँ है ।
(i) चालन
(ii) संवहन
(iii) विकिरण
प्रश्न - ऊष्मा का चालक किसे कहते है ?
उत्तर - जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से जाने देते हैं उन्हें ऊष्मा का चालक कहते हैं।
प्रश्न - उष्मा का कुचालक किसे कहते है ?
उत्तर - जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से नहीं जाने देते, उन्हें ऊष्मा का कुचालक कहते हैं।
प्रश्न - विकिरण किसे कहते है ?
उत्तर - उष्मा के स्थानांतरण की वह प्रक्रिया जिसमें ऊष्मा स्रोत से सीधा दूसरे स्थान पर पहुँचती है। जिसमें गमन के लिए किसी भी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, विकिरण कहलाता है |
प्रश्न - चालन किसे कहते है?
उत्तर - ठोस पदार्थो में उष्मा के स्थानन्तरण की विधि को चालन कहते है।
प्रश्न - उष्मा किसे कहते है ?
उत्तर - ताप या गर्मी को उष्मा कहते है। इसका मात्रक केल्विन (K) है।
प्रश्न - संवहन किसे कहते है ?
उत्तर - संवहन वह प्रक्रिया है, जिसमें गर्म द्रव स्वयं गति करके ऊष्मा का स्थानांतरण करता है।
प्रश्न - संवहन धाराएँ किसे कहते है ?
उत्तर - सभी द्रवों में धराएँ बनती है जो हमें आमतौर पर ये दिखाई नहीं देती, इन धराओ को संवहन धराएँ कहते है। इनको देखने के लिए पानी में पोटैशियम परमैगनेट डालना पड़ता है।
प्रश्न - सुचालक किसे कहते हैं?
उत्तर - वह पदार्थ जिनमें ऊष्मा का चालन असानी से हो जाता है, चालक या सुचालक कहते है। जैसे - लोहा, एल्युमीनियम इत्यादि |
प्रश्न - कुचालक किसे कहते हैं?
उत्तर - जिन पदार्थो में ऊष्मा का चालन आसानी से नही होता वह ऊष्मा का कुचालक कहलाता है।जैसे - लकडी, प्लास्टिक इत्यादि |
प्रश्न - कौन सा रंग ऊष्मा को अधिक सोंखता है ?
उत्तर - काला रंग ऊष्मा को अधिक सोंखता है ।
प्रश्न - हीटर के रॉड के पीछे की सतह को चीकना एवं चमकीला क्यों बनाया जाता है ?
उत्तर - क्योंकि चीकनी एवं चमकीली सतह से ऊष्मा का परावर्तन अधिक होता है ।
प्रश्न - कागज में पानी गर्म करने पर कागज नहीं जलता है, क्यों?
उत्तर - कागज में पानी गर्म करने पर कागज नहीं जलता है क्योंकि कागज में रखा पानी ऊष्मा को अवशोषित कर लेता हैं, जिससे पानी तो गर्म हो जाता है परन्तु कागज नहीं जलता हैं।
प्रश्न - तापमापी (थर्मामीटर) का उपयोग हम किस लिए करते है?
उत्तर - तापमापी (थर्मामीटर) का उपयोग हम अपने तापमान को मापने के लिए करते है।
प्रश्न - डॅाक्टरी थर्मामीटर किस प्रकार का होता है?
उत्तर - डॉक्टरी थर्मामीटर में एक लंबी, बारीक तथा एक समान व्यास की काँच की नली होती है। इसके एक सिरे पर एक बल्ब होता है। बल्ब में पारा भरा होता है। बल्ब के बाहर नली में पारे की एक पतली चमकीली धारी देखी जा सकती है।
प्रश्न - क्लिनिकल (डॉक्टरी) थर्मामीटर से हम कितने डिग्री सेल्सियस तक माप सकते है?
उत्तर - डॉक्टरी थर्मामीटर से हम 35 °C से 42 °C तक के ताप ही माप सकते हैं। समान्य तापमापियों का परिसर प्रायः 10 °C से 110 °C होता है।
प्रश्न - मानव शरीर का सामान्य ताप कितना होता है?
उत्तर - मानव शरीर का सामान्य ताप 37 डिग्री सेल्सियस होता है।
प्रश्न - ऐंटीसेप्टिक घोल का उपयोग हमें कहाँ करना चाहिए?
उत्तर - थर्मामीटर को उपयोग से पहले और उपयोग के पश्चात् धोना चाहिए, धोने के लिए किसी ऐंटीसेप्टिक घोल का उपयोग अच्छा रहता है।
प्रश्न - उपयोग करने से पहले पारे का तल कितना होना चाहिए?
उत्तर - उपायोग करने से पहले पारे का तल 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे होना चाहिए।
प्रश्न - किसी वस्तु की उष्णता की कोटि ज्ञात करने के लिए हमें अपनी स्पर्श इंद्रिय पर विश्वास क्यों नहीं होता।
उत्तर - किसी वस्तु की उष्णता की कोटि ज्ञात करने के लिए हम सदैव अपनी स्पर्श-इंद्रिय पर विश्वास नहीं कर सकते क्योंकि स्पर्श इन्द्रिय शुद्ध तापमान नहीं दे सकती है, इसमें त्रुटी हो सकती है।प्रश्न - जब हम किसी बर्तन को ज्वाला पर रखते है तो वह तप्त क्यों हो जाता है?
उत्तर - सम्भवतः आपने देखा होगा कि जब किसी बर्तन को ज्वाला पर रखते हैं तो वह तप्त हो जाता है। इसका कारण है कि ऊष्मा ज्वाला से बर्तन की ओर चली जाताी है।
प्रश्न - जब हम बर्तन को ज्वाला से हटा लेेते है तो यह धीरे-धीरे ठंडा क्यों होने लगता है?
उत्तर - ऊष्मा बर्तन से परिवेश की ओर स्थानांतरित हो जाती है। इस प्रकार आप समझ सकते हैं कि दोनों स्थितियों में ऊष्मा गर्म वस्तु से ठंडी वस्तु की ओर प्रवाहित होती है।
प्रश्न - चालन किसे कहते है?
उत्तर - वह प्रक्रम जिसमें ऊष्मा किसी वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानांतरित होती है, चालन कहलाता है। ठोसों में ऊष्मा प्रायः चालन के प्रक्रम द्वारा स्थानांतरित होती है।
प्रश्न - चालक किसे कहते है। उदाहरण सहित लिखों?
उत्तर - जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से जाने देते हैं उन्हें ऊष्मा का चालक कहते हैं। इनके उदाहरण हैं, ऐलुमिनियम, आयरन (लोहा) तथा कॉपर (ताँबा)।
प्रश्न - ऊष्मा का कुचालक (उष्मा रोधी) किसे कहते है? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर - जो पदार्थ अपने से होकर उष्मा को आसानी से नहीं जाने देते उन्हें उष्मा का कुचालक कहते है जैसे प्लास्टिक तथा लकड़ी। ऊष्मा के कुचालको को (उष्मा रोधी) भी कहते है।
प्रश्न - समुद्र समीर किसे कहते है?
उत्तर - तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग एक मनोरंजक परिघटना का अनुभव करते हैं। दिन के समय, स्थल (धरती या थल) जल की अपेक्षा शीघ्र गर्म होता है। स्थल के ऊपर की वायु गर्म होकर ऊपर उठती है। इसका स्थान लेने के लिए समुद्र की ओर से ठंडी वायु स्थल की ओर बहती है। चक्र को पूरा करने के लिए स्थल की ओर से गर्म वायु समुद्र की ओर बह जाती है। समुद्र की ओर से आने वाली वायु को समुद्र समीर कहते हैं।
प्रश्न - थल समीर क्या कहलाती है?
उत्तर - समुद्र का जल, स्थल की अपेक्षा धीमी गति से ठंडा होता है। इसलिए, स्थल की ओर से ठंडी वायु समुद्र की ओर बहती है। यह थल समीर कहलाती है।
प्रश्न - सर्दियों में गहरे रंग के वस्त्र पहनना अधिक आरामदायक क्यों प्रतीत होता है?
उत्तर - गहरे रंग के पृष्ठ अपेक्षाकृत अधिक ऊष्मा अवशोषित करते हैं। इसलिए, सर्दियों में गहरे रंग के वस्त्र पहनना हमें सुखद लगता है।
प्रश्न - विकिरण किसे कहते है? - जब हम धूप में खड़े होते हैं, तो हम गर्माहट अनुभव करते हैं। सूर्य से हम तक ऊष्मा कैसे पहुँचती है?
उत्तर - यह चालन अथवा संवहन द्वारा हम तक नहीं पहुँच सकती क्योंकि इन दोनों प्रक्रमों में ऊष्मा स्थानांतरण के लिए माध्यम आवश्यकता है। चूँकि पृथ्वी तथा सूर्य के बीच के अधिकांश स्थान में कोई माध्यम, जैसे वायु नहीं है अतः सूर्य से हम तक ऊष्मा एक अन्य प्रक्रम द्वारा आती है जिसे विकिरण कहते हैं।
प्रश्न - गर्मियों में हमे हल्के रंग के वस्त्र क्यों अरामदेह लगते है?
उत्तर - हल्के रंग के कपड़े ऊष्मीय विकिरणों के अधिकांश भाग को परावर्तित कर देते हैं। इसलिए, गर्मियों में हमें हल्के रंग के वस्त्र अधिक आरामदेह लगते हैं।
प्रश्न - सर्दियों में हमें ऊनी वस्त्र गर्म क्यों रखते है?
उत्तर - सर्दियों में ऊनी वस्त्र हमें गरम रखते हैं। इसका कारण यह है कि ऊन ऊष्मा-रोधी है तथा इसके रेशों के बीच में वायु फंसी (ट्रैप) होती है।
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Science Chapter List
1. पौधों में पोषण
2. जंतुओं में पोषण
3. तन्तु से वस्त्र तक
4. ऊष्मा
5. अम्ल, क्षार एवं लवण
6. भौतिक एवं रसायनिक परिवर्तन
7. मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप जन्
8. पवन, तूफान और चक्रवात
9. मृदा
10. जीवों में श्वसन
11. जंतुओं और पादपों में परिवहन
12. पादपों में जनन
13. गति और समय
14. विद्युत् धारा एवं इसका प्रभाव
15. प्रकाश
16. जल : एक बहुमूल्य संसाधन
17. वन : हमारी जीवन रेखा
18. अपशिष्ट जल की कहानी
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