7. पौधें एवं जंतुओं का संरक्षण Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
7. पौधें एवं जंतुओं का संरक्षण Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर ncert book solution in hindi-medium
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अध्याय समीक्षा
अध्याय-समीक्षा
- किसी निश्चित उदेश्य की पुर्ति के लिए वनों को समुल नष्ट कर देना वनोन्मुलन कहलाता है|
- वनोन्मुलन के निम्नलिखित परिणाम हो सकता है। (i) इससे पृथ्वी पर ताप और प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती हैं । (ii) इससे वायुमंडल में कार्बनडाइआॅक्साइड जैसे ग्रीन हाउस गैस का स्तर बढता है। (iii) भौम जल का स्तर कम हो जाता है।(iv) वनोन्मुलन से प्राकृतिक संतुलन प्रभावित होता है।
- पृथ्वी के ताप में वृद्धि से जलचक्र का संतुलन बिगडता है और वर्षा दर में कमी आती है जिसके कारण सूखा पडता है।
- कार्बनडाइआॅक्साइड गैस पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित उष्मीय विकिरणों को ग्रहण कर लेता है ।
- धीरे धीरे ऊर्वर भूमी मरूस्थल में परिवर्तित हो जाने के प्रक्रम को मरूस्थलीकरण कहते है।
- वह क्षेत्र जहाँ जंतु एवं उनके आवास किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं ।
- प्राणीजात: किसी क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले सभी पौधें , जंतुओं और सुक्ष्मजीवों की विभिन्न प्रजातियाँ आदि प्राणीजात कहलाती हैं ।
- वनस्पतीजात: किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड-पौधे उस क्षेत्र के वनस्पतीजात कहलाते है।
- पौधे एवं जन्तुओं की वह स्पीशीज जो किसी विशेष क्षेत्र में विशेष रूप से पाई जाती है। उसे विशेष क्षेत्री स्पीशीज कहते है।
- यदि किसी जंतु का आवास बाधित हो तो उस जंतु का अस्तित्व ही खतरे में पड जाएगा। और धीरे धीरे उस जीव की प्रजाति ही विलुप्त हो जाएगी।
- संरक्षित वन भी वन्य जंतुओं के लिए भी पूर्ण रूप से सूरक्षित नहीं है क्योंकि इनके आस पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग वनोें का अतिक्रमण कर उन्हें नष्ट कर देते है |
- भारत का प्रथम आरक्षित वन सतपुडा राष्ट्रीय उद्यान है |
- प्रोजेक्ट टाइगर या बाध परियोजना: इस परियोजना का उदेश्य बाघों को संरक्षण प्रदान करना और अपने देश में बाघों की उतरजीविता एवं संवर्धन करना है।
- वे जीव जो धीरे धीरे विलुप्त होते जा रहे है संकटापन्न जंतु कहलाते है।
- किसी क्षेत्रा के सभी पौधे , प्राणी एवं सूक्ष्मजीव अजैव घटकों जैसे जलवायु , भुमी , नदी आदी संयुक्त रूप से एक तंत्रा का निर्माण करती है जिसे परितंत्र कहते है |
- जलवायु , भुमी , नदी आदी को अजैव घटक कहते है।
- सभी पौधे , प्राणी एवं सूक्ष्मजीवों को जैव घटक कहते है।
- रेड डाटा पुस्तक वह पुस्तक है जिसमें सभी संकटापन्न स्पीशीजों का रिकार्ड रखा जाता है।
- प्रवास वह परिघटना है जिसमें किसी स्पीशीश का अपने आवास से किसी अन्य आवास में हर वर्ष की विशेष अवधि में, विशेषकर प्रजनन के लिए आते है।
- यदि मिट्टी की उपरी परत अनावरित हो जाएगी तो मिट्टी की उपजाउफता पुरी तरह समाप्त हो जाएगी ।
- जैव विविध्ता जीवों या स्पीशीज की जीवन की उतरजीविता को बनाए रखने में सहायक है । जैव विविधता से ही जीव विषम जलवायु में अपने विभिन्न किस्मों (स्पीशीजद) को बचा पाते है। अतः हमें जैव विविधता का संरक्षण करना चाहिए। जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से ही जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए हैं।
- जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र: वन्य जीवन, पौधें और जंतु संसाधनों और उस क्षेत्र के आदिवासियों के पारंपरिक ढंग से जीवनयापन हेतु विशाल संरक्षित क्षेत्र।
- स्पशीज: सजीवों की समष्टि का वह समूह है जो एक दूसरे से अंतर्जनन करने में सक्षम होते हैं।
- अभ्यारण्य: वह क्षेत्रा जहाँ जंतु एवं उनवेफ आवास किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं।
- राष्ट्रीय उद्यान: वन्य जंतुओं वेफ लिए आरक्षित क्षेत्रा जहाँ वह स्वतंत्रा ;निर्बाध्द्ध रूप से आवास एवं प्राकृतिक संसाध्नों का उपयोग कर सकते हैं।
अभ्यास
पाठ - 7 पौधे एवं जन्तुओं का संरक्षण
Q1. रिक्त स्थानों की उचित शब्दों द्वारा पूर्ति कीजिए:
(क) वह क्षेत्र जिसमें जंतु अपने प्राकृतिक आवास में संरक्षित होते हैं, ____________ कहलाता है।
(ख) किसी क्षेत्र विशेष में पाई जाने वाली स्पीशीज _____________ कहलाती हैं।
(ग) प्रवासी पक्षी सुदूर क्षेत्रों से ____________ परिवर्तन के कारण पलायन करते हैं |
उत्तर:
(क) अभ्यारण्य
(ख) संकटापन्न
(ग) जलवायु
Q2. निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट कीजिए :
(क) वन्यप्राणी उद्यान एवं जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र
(ख) चिडि़याघर एवं अभ्यारण्य
(ग) संकटापन्न एवं विलुप्त स्पीशीज
(घ) वनस्पतिजात एवं प्राणिजात
उत्तर:
(क) वन्यप्राणी उद्यान एवं जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र
वन्यप्राणी उद्यान : यह वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए बनाया गया है |
जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र : ये जैव विविधता के संरक्षण के लिए बनाए गए क्षेत्र है |
(ख) चिडि़याघर एवं अभ्यारण्य
चिडि़याघर : यह वन्य जीवों कृत्रिम आवास बनाकर संरक्षित रखने का क्षेत्र है |
अभ्यारण्य : वह क्षेत्र जहाँ जंतु एवं उनके आवास किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं ।
(ग) संकटापन्न एवं विलुप्त स्पीशीज
संकटापन्न : वे जीव जो धीरे धीरे विलुप्त होते जा रहे है संकटापन्न जंतु कहलाते है। जैसे बाघ और चीता आदि |
विलुप्त स्पीशीज : वे जीव जो बिल्कुल विलुप्त हो चुके है विलुप्त स्पीशीज कहलाती है | डायनासोर आदि |
(घ) वनस्पतिजात एवं प्राणिजात
वनस्पतिजात : किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड-पौधे उस क्षेत्र के वनस्पतीजात कहलाते है।
प्राणिजात : किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले जीव-जंतु उस क्षेत्र के प्राणजात कहलाते है।
Q3. वनोन्मूलन का निम्न पर क्या प्रभाव पड़ता है, चर्चा कीजिए:
(क) वन्यप्राणी
(ख) पर्यावरण
(ग) गाँव (ग्रामीण क्षेत्र)
(घ) शहर (शहरी क्षेत्र)
(ड) पृथ्वी
(च) अगली पीढ़ी
उत्तर:
(क) वन्यप्राणी : जब पेड़ कट जायेंगे तो वन्यप्राणियों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो जायेगा | जिससे वन्य प्राणी बिना अपने प्राकृतिक आवास के रह नहीं पाएंगे और न ही वे जनन ही कर पाएंगे | अतत: ये सभी जीव संकटापन्न के कगार पर आ जायेंगे और हो सकता है ये धीरे-धीरे विलुप्त हो जाये |
(ख) पर्यावरण : वनोंमुलन का सबसे बुरा प्रभाव यदि किसी चीज पर पड़ेगा तो वो है पर्यावरण | इससे परितंत्र ही नष्ट हो जायेगा | वनों का पारिस्थितिक तंत्र में संतुलन के लिए बहुत ही महत्त्व है | ये परिस्थित्क तंत्र को संतुलित करने के लिए पर्यावरण से CO2 को अवशोषित करते है और ऑक्सीजन छोड़ते है | यदि बन नष्ट हुआ तो पारिस्थितिक तंत्र ही नष्ट हो जायेया | यह सभी जीवों के लिए खतरनाक है |
(ग) गाँव (ग्रामीण क्षेत्र) : वनोंमुलन का प्रभाव गांवों पर भी बुरा ही पड़ता है | इससे बहुत तेजी से मृदा अपरदन होता है | मृदा अपरदन से भूमि की उपजाऊकता समाप्त हो जाती है | वनोंमुलन बाढ़ और सुखा का भी बहुत बड़ा कारण है जिसका प्रभाव गाँव के कृषि पर होता है जिसका अनुभव बहुत ही बुरा है |
(घ) शहर (शहरी क्षेत्र) : वनोंमुलन बाढ़ और सुखा का भी बहुत बड़ा कारण है जो गाँव ही नहीं अपितु शहर हो भी बुरी तरह से प्रभावित करता है | इसका प्रभाव खाने-पिने की वस्तुओं पर भी पड़ता है | साथ-ही साथ यह अपने साथ अन्य और प्राकृतिक आपदाएँ भी लाता है |
(ड) पृथ्वी : यह पृथ्वी के जलवायु चक्र को प्रभावित करता है और पृथ्वी पर पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान पहुँचाता है | पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने में वनों का बहुत बड़ा महत्त्व है | पृथ्वी खतरनाक गैसों से भर जाएगी जो इस पर रहने वाले जीवों के अस्तित्व के लिए खतरा है | पृथ्वी का ताप सामान्य से बहुत अधिक बढ़ जाएगी |
(च) अगली पीढ़ी : वन पृथ्वी पर मौजूद वनस्पतिजात और प्राणीजात के संरक्षण और आवास का सबसे बड़ा और प्राकृतिक उदाहरण है | वनों के नष्ट होने के साथ-साथ ये भी नष्ट हो जाते है | जिसे हम अगली पीढ़ी को नहीं दे पाएंगे | वनों के नष्ट होने से अगली पीढ़ी ऐसी परिस्थिति में पैदा होगी जो उनके जीवन के लिए मुश्किल होगा |
Q4. क्या होगा यदि-
(क) हम वृक्षों की कटाई करते रहे?
(ख) किसी जंतु का आवास बाधित हो?
(ग) मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित हो जाए?
उत्तर:
(क) यदि हम वनों की कटाई करते रहे तो -
(i) इससे पृथ्वी पर ताप और प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हो जाएगी।
(ii) इससे वायुमंडल में कार्बनडाइऑक्साइड जैसे ग्रीन हाउस गैस का स्तर बढ जायेगा |
(iii) भौम जल का स्तर कम हो जायेगा।
(iv) वनोन्मुलन से प्राकृतिक संतुलन प्रभावित हो जायेगा |
(ख) किसी जंतु का आवास बाधित हो तो
(i) उसकी जनन क्षमता समाप्त हो जाएगी और वह जन्तु विलुप्त हो जायेगा |
(ii) उसके भोजन और सुरक्षा को खतरा पैदा हो जायेगा |
(iii) इससे पारिस्थितिक तंत्र बाधित होगी |
(ग) मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित हो जाए तो
(i) बारबार बाढ़ और सूखे की खतरा बनी रहेगी|
(ii) भूमि की उपजाऊकता समाप्त हो जाएगी क्योंकि उपरी परत में ह्यूमस की मात्रा होती है |
(iii) इससे वनस्पतियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा |
पाठ-गत अध्याय
Q5. संक्षेप में उत्तर दीजिए:
(क) हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए?
(ख) संरक्षित वन भी वन्य जंतुओं वेफ लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं हैं, क्यों?
(ग) कुछ आदिवासी वन (जंगल) पर निर्भर करते हैं। कैसे ?
(घ) वनोन्मूलन के कारक और उनके प्रभाव क्या हैं?
(ड) रेड डाटा पुस्तक क्या है?
(च) प्रवास से आप क्या समझते हैं?
Q6. पैफक्ट्रियों एवं आवास की माँग की आपूर्ति हेतु वनों की अनवरत कटाई हो रही है। क्या इन परियोजनाओं
वेफ लिए वृक्षों की कटाई न्यायसंगत है? इस पर चर्चा कीजिए तथा एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार कीजिए।
Q7. अपने स्थानीय क्षेत्रा में हरियाली बनाए रखने में आप किस प्रकार योगदान दे सकते हैं? अपने द्वारा की
जाने वाली क्रियाओं की सूची तैयार कीजिए।
Q8. वनोन्मूलन से वर्षा दर किस प्रकार कम हुई है? समझाइए।
Q9. अपने राज्य वेफ राष्ट्रीय उद्यानों के विषय में सूचना एकत्रा कीजिए। भारत वेफ रेखा मानचित्रा में उनकी स्थिति
दर्शाइए?
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
प्रश्न - वनोन्मुलन क्या है ?
उत्तर - किसी निश्चित उदेश्य की पुर्ति के लिए वनों को समुल नष्ट कर देना वनोन्मुलन कहलाता है।
प्रश्न - सूखा पडने के क्या कारण है ?
उत्तर - पृथ्वी के ताप में वृद्धि से जलचक्र का संतुलन बिगडता है और वर्षा दर में कमी आती है जिसके कारण सूखा पडता है।
प्रश्न - उस गैस का नाम बताइए जो पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित उष्मीय विकिरणों को ग्रहण कर लेता है ।
उत्तर - कार्बनडाइआॅक्साइड गैस ।
प्रश्न - मरूस्थलीकरण किसे कहते है।
उत्तर - धीरे धीरे ऊर्वर भूमी मरूस्थल में परिवर्तित हो जाने के प्रक्रम को मरूस्थलीकरण कहते है।
प्रश्न - अभ्यारण किसे कहते है ?
उत्तर - वह क्षेत्र जहाँ जंतु एवं उनके आवास किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं ।
प्रश्न - जैव विविधता का क्या अर्थ है ?
उत्तर - किसी क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले सभी पौधें , जंतुओं और सुक्ष्मजीवों की विभिन्न प्रजातियाँ ।
प्रश्न - वनस्पतीजात क्या है ?
उत्तर - किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड-पौधे उस क्षेत्र के वनस्पतीजात कहलाते है।
प्रश्न - प्राणीजात किसे कहते है ?
उत्तर - किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले जीव-जंतु उस क्षेत्र के प्राणजात कहलाते है।
प्रश्न - विशेष क्षेत्री स्पीशीज किसे कहते है ?
उत्तर - पौधे एवं जन्तुओं की वह स्पीशीज जो किसी विशेष क्षेत्र में विशेष रूप से पाई जाती है। उसे विशेष क्षेत्री स्पीशीज कहते है।
प्रश्न - क्या होगा यदि किसी जंतु का आवास बाधित हो ?
उत्तर - यदि किसी जंतु का आवास बाधित हो तो उस जंतु का अस्तित्व ही खतरे में पड जाएगा। और धीरे धीरे उस जीव की प्रजाति ही विलुप्त हो जाएगी।
प्रश्न - भारत का प्रथम आरक्षित वन कौन सा है ?
उत्तर - सतपुडा राष्ट्रीय उद्यान ।
प्रश्न - प्रोजेक्ट टाइगर या बाध परियोजना के क्या उदेश्य है ?
उत्तर - इस परियोजना का उदेश्य बाघों को संरक्षण प्रदान करना और अपने देश में बाघों की उतरजीविता एवं संवर्धन करना है।
प्रश्न - संकटापन्न जंतु किन्हे कहते है ?
उत्तर - वे जीव जो धीरे धीरे विलुप्त होते जा रहे है संकटापन्न जंतु कहलाते है।
प्रश्न - परितंत्रा किसे कहते है ?
उत्तर - किसी क्षेत्रा के सभी पौधे , प्राणी एवं सूक्ष्मजीव अजैव घटकों जैसे जलवायु , भुमी , नदी आदी संयुक्त रूप से एक तंत्रा का निर्माण करती है जिसे परितंत्रा कहते है।
प्रश्न - अजैव घटक किसे कहते है ?
उत्तर - जलवायु , भुमी , नदी आदी को अजैव घटक कहते है।
प्रश्न - जैव घटक किसे कहते हैं?
उत्तर - सभी पौधे , प्राणी एवं सूक्ष्मजीवों को जैव घटक कहते है।
प्रश्न - रेड डाटा पुस्तक क्या है ?
उत्तर - रेड डाटा पुस्तक वह पुस्तक है जिसमें सभी संकटापन्न स्पीशीजों का रिकार्ड रखा जाता है।
प्रश्न - प्रवास से आप क्या समझते है ?
उत्तर - प्रवास वह परिघटना है जिसमें किसी स्पीशीश का अपने आवास से किसी अन्य आवास में हर वर्ष की विशेष अवधि में, विशेषकर प्रजनन के लिए आते है।
प्रश्न - क्या होगा यदि मिट्टी की उपरी परत अनावरित हो जाए।
उत्तर - यदि मिट्टी की उपरी परत अनावरित हो जाएगी तो मिट्टी की उपजाउफता पुरी तरह समाप्त हो जाएगी ।
प्रश्न - जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्रा क्यों बनाए गए हैं?
उत्तर - जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से ही जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए हैं।
प्रश्न - अंतर स्पष्ट कीजिए ।
(i) संकटापन्न एवं विलुप्त स्पीशीज
(ii) वनस्पतिजात एवं प्राणीजात
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
प्रश्न - वनोन्मुलन के क्या कारण है ?
उत्तर - वनोन्मुलन के निम्न कारण है।
(i) कृषि के लिए भुमी के लिए।
(ii) घरों एवं कारखानों का निर्माण के लिए।
(iii) लकडी का ईंधन और फर्नीचर के लिए उपयोग।
(iv) भीषण सुखा ।
प्रश्न - वनोन्मुलन के क्या परिणाम हो सकता है ?
उत्तर - वनोन्मुलन के निम्नलिखित परिणाम हो सकता है।
(i) इससे पृथ्वी पर ताप और प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती हैं ।
(ii) इससे वायुमंडल में कार्बनडाइआॅक्साइड जैसे ग्रीन हाउस गैस का स्तर बढता है।
(iii) भौम जल का स्तर कम हो जाता है।
(iv) वनोन्मुलन से प्राकृतिक संतुलन प्रभावित होता है।
प्रश्न - संरक्षित वन भी वन्य जंतुओं के लिए भी पूर्ण रूप से सूरक्षित नहीं है , क्यों ?
उत्तर - संरक्षित वन भी वन्य जंतुओं के लिए भी पूर्ण रूप से सूरक्षित नहीं है क्योंकि इनके आस पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग वनोें का अतिक्रमण कर उन्हें नष्ट कर देते है।
प्रश्न - हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए।
उत्तर - जैव विविध्ता जीवों या स्पीशीज की जीवन की उतरजीविता को बनाए रखने में सहायक है । जैव विविधता से ही जीव विषम जलवायु में अपने विभिन्न किस्मों (स्पीशीजद) को बचा पाते है। अतः हमें जैव विविधता का संरक्षण करना चाहिए। जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से ही जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए हैं।
प्रश्न: निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए ?
(i) जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र
(ii) स्पीशीज
(iii) अभ्यारण्य
(iv) राष्ट्रिय उद्यान
उत्तर:
जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र: वन्य जीवन, पौधें और जंतु संसाधनों और उस क्षेत्र के आदिवासियों के पारंपरिक ढंग से जीवनयापन हेतु विशाल संरक्षित क्षेत्र।
स्पशीज: सजीवों की समष्टि का वह समूह है जो एक दूसरे से अंतर्जनन करने में सक्षम होते हैं।
अभ्यारण्य: वह क्षेत्रा जहाँ जंतु एवं उनवेफ आवास किसी भी प्रकार वेफ विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं।
राष्ट्रीय उद्यान: वन्य जंतुओं वेफ लिए आरक्षित क्षेत्रा जहाँ वह स्वतंत्रा ;निर्बाध्द्ध रूप से आवास एवं प्राकृतिक संसाध्नों का उपयोग कर सकते हैं।
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Science Chapter List
1. फसल उत्पादन एवं प्रबन्ध
2. सूक्ष्मजीव : मित्र एवं शत्रु
3. संश्लेषित तन्तु एवं प्लास्टिक
4. पदार्थ : धातु एवं अधातु
5. कोयला एवं पेट्रोलियम
6. दहन एवं ज्वाला
7. पौधें एवं जंतुओं का संरक्षण
8. कोशिका-संरचना एवं प्रकार्य
9. जंतुओं में जनन
10. किशोरावस्था की ओर
11. बल तथा दाब
12. घर्षण
13. ध्वनि
14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
15. कुछ प्राकृतिक परिघटनाएं
16. प्रकाश
17. तारे एवं सौर परिवार
18. वायु तथा जल का प्रदुषण
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