10. किशोरावस्था की ओर Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
10. किशोरावस्था की ओर Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर ncert book solution in hindi-medium
NCERT Books Subjects for class 8th Hindi Medium
अध्याय समीक्षा
अध्याय - समीक्षा:
- यौवनारम्भ होने पर व्यक्ति जनन के सक्षम हो जाता है। 11 वर्ष की आयु से 19 वर्ष तक की अवधि किशोरावस्था कहलाती है।
- यौवनारम्भ का प्रारम्भ होने पर जनन अंगों में वृद्धि होती है तथा शरीर के विभिन्न स्थानों पर बाल आने लगते हैं। लड़कियों में स्तन विकसित हो जाते हैं तथा लड़कों के चेहरे पर दाढ़ी-मूँछें आ जाती हैं। किशोरावस्था में स्वरयंत्रा की वृद्धि होने के कारण लड़कों की आवाज फटने लगती है।
- किशोरावस्था में लंबाई में वृद्धि होती है।
- यौवनारम्भ एवं जनन अंगों का परिपक्व होना हार्मोनों द्वारा नियंत्रित होता है।
- हार्मोन अंतःड्डावी ग्रंथियों द्वारा ड्डावित पदार्थ हैं जो रुधिर में सीधे पहुँचते हैं।
- पीयूष ग्रंथि हार्मोन स्रावित करते हैं जैसे कि वृद्धि हार्मोन, तथा अन्य ग्रंथियों - वृषण, अंडाशय, थायरॉइड तथा एड्रिनेल को हार्मोन स्रावित करने के लिए उद्दीपित करते हैं। अग्न्याशय इन्सुलिन का, थायरॉइड थाइरॉक्सिन का तथा एड्रिनल एड्रिनेलिन हार्मोन का उत्पादन करते हैं।
- टेस्टोस्टेरॉन नर हार्मोन है तथा एस्ट्रोजन मादा हार्मोन है।गर्भाशय की दीवार निषेचित अंडाणु (युग्मनजद्ध) को ग्रहण के लिए अपने आपको तैयार करती है। निषेचन न होने की स्थिति में गर्भाशय की दीवार की आंतरिक सतह निस्तारित होकर शरीर से बाहर रक्त के साथ प्रवाहित हो जाती है। इसे ऋतुस्राव अथवा रजोधर्म कहते हैं।
- अजन्मे शिशु का लिंग निर्धारण इस बात पर निर्भर करता है कि युग्मनज में XX गुणसूत्र हैं अथवा XY गुणसूत्र|
- किशोरावस्था में संतुलित आहार करना तथा व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करना महत्त्वपूर्ण है।
पाठ-गत अध्याय
अभ्यास - प्रश्न:
प्रश्न: शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अन्त: स्त्रावी ग्रंथियों द्वारा स्त्रावित पदार्थ का क्या नाम हैं?
उत्तर: हार्मन्स|
प्रश्न: किशोरावस्था को परिभाषित कीजिए?
उत्तर: जीवन की वह अवधि, जब शरीर में परिवर्तन होते हैं, जिससे प्रजननपरिपक्वता आती हैं, किशोरावस्था कहलाती हैं| किशोरावस्था की अवधि सामान्यत: 11 वर्ष से 19 वर्ष तक होती हैं|
प्रश्न: ऋतुस्त्राव क्या हैं? वर्णन कीजिए?
उत्तर: महिलाओं में, यौवन (10 से 12 वर्ष की आयु) की शुरूआत के साथ डिंब या अंडे परिपक्व होने लगते हैं, एक अंडा परिपक्व हो जाता हैं और लगभग 28 से 30 दिनों में एक बार अंडाशय में से एक द्वारा जारी किया जाता हैं| इस अवधि के दौरान, निषेचित अंडे को प्राप्त करने के लिए गर्भाशय की दीवार मोती हो जाती हैं| यादी निषेचित किया जाता हैं, तो यः विकसित होना शुरू हो जाता हैं| इसका परिणाम गर्भावस्था में होता हैं| यदि निषेचन नहीं हो पाता हैं, तो अंडाणु या छोड़ा या अंडा और गर्भाशय की मोती परत और उसकी रक्त वाहिकाएं अलग हो जाती हैं| इससे महिलाओं में रक्तस्त्राव होता हैं| इसे मासिक धर्म कहते हैं|
प्रश्न: यौवनावस्था के सामी होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची बनाइए?
उत्तर: यौवन के समय धरिर में होने वाली परिवर्तनों की सूची:
1. युवावस्था में लडके और लड़कियों के शरीर में अलग - अलग बदलाव होते हैं| इन परिवर्तनों को नीचे सूचीबद्ध किया जा सकता हैं:
2. लडके और लड़कियों दोनों की लंबाई में अचानक वृद्धि होती हैं| हालांकि दोनों 17 से 18 साल की उम्र में अपनी अधिकतम ऊंचाई तक पहुँच जाते हैं|
3. लड़कों की आवाज कर्कश हो जाती हैं और लड़कियों की आवक्ज तेज हो जाती हैं|
4. कंधे चौड़े हो जाते हैं और लड़कों में मांसपेशियाँ अधिक प्रमुखता से विकसित होती हैं| लड़कियों में कमर के नीचे का क्षेत्र चौड़ा हो जाता हैं|
5. लडके और लड़कियों के अलग - अलग हिस्सों में बाल उगाने लगते हैं|
6. अधिकांश किशोरों में पसीने और वसामय ग्रंथि के स्त्राव में वृद्धि के कारण उनके चहरे पर मुंहासे और फुंसी हो जाते हैं|
7. युवान की शुरूआत पुरूष और महिला दोनों में माध्यमिक यौन लक्षणों में परिवर्तन लाती हैं|
8. लडके और लड़कियाँ प्रजनन में सक्षम हो जाते हैं|
9. लड़कियों में मासिक धर्म शुरू हो जाता हैं|
10. प्रजनन कार्य शुरू करने में विभिन्न प्रकार के हार्मन निकालने लगते हैं|
प्रश्न: दो कॉलम वाली एक सारणी बनाइए जिसमें अन्त: स्त्रावी ग्रंथियों के नाम तथा उनके द्वारा स्त्रावित हार्मान के नाम दर्शाए गए हों?
उत्तर: दो स्तंभों वाली एक सारणी:
एंडोक्रिन ग्लैंड्स हार्मन
पिट्यूटरी ग्रंथि ग्रंथि हार्मन
अंडाशय एस्ट्रोजन
वृषण टेस्टोस्टेरोन
थायराइड थायरोक्सिन
अग्र्याश्य इंसुलिन
अधिवृक्क एड्रेनालाईन
प्रश्न: लिंग हर्मान क्या हैं? उनका नामकरण इस प्रकार क्यों किया गया? उनके प्रकार्य बताइए?
उत्तर: वे हार्मन जो द्वितीयक लैंगिक लक्षणों के निर्माण में साहयत और नियंत्रण करते हैं, सेक्स हार्मन कहलाते हैं| उनका नाम इसलिए रखा गया हैं क्योंकि वे यौन गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं और पुरूषों और महिलाओं द्वारा अलग - अलग स्त्रावित होते हैं|
सेक्स हार्मन के कार्य नीचे अलग से दिए गए हैं:
पुरूष सेक्स हार्मन: इसे टेस्टोस्टेरोन भी कहा जाता हैं| यह वृषण द्वारा स्त्रावित होता हैं और लड़कों के माध्यमिक यौन चरित्र में परिवर्तन का कारण बनता हैं जैसे चेहरे के बाल जैसे मूंछे, दाढ़ी आदि का बढ़ना| यह शुक्राणुजनन को भी उत्तेजित करता हैं|
महिला सेक्स हार्मन: इसे एस्ट्रोजन भी कहा जाता हैं| यह अंडाशय द्वारा स्त्रावित होता हैं और महिलाओं में द्वितीयक यौन लक्षणों, स्तन ग्रंथियों की उपस्थिति आदि को नियंत्रित करता हैं| यह गर्भावस्था को भी बनाए रखता हैं|
प्रश्न: सही विकल्प चुनिए -
(क) किशोर को सचेत रहना चाहिए कि वह क्या कहा रहे हैं, क्योंकि
(i) उचित भोजन से उनके मस्तिष्क का विकास होती हैं?
(ii) शरीर में तीव्रगति से होने वाली वृद्धि के लिए उचित आहार की आवश्यकता होती हैं|
(iii) किशोर को हर समय भूख लगाती रहती हैं|
(iv) किशोर में स्वाद कलिकाएँ (ग्रंथियाँ) भलीभंती विकसित होती हैं|
उत्तर: (i) शरीर में तीव्रगति से होने वाली वृद्धि के लिए उचित आहार की आवश्यकता होती हैं|
(ख) स्त्रियों में जनन आयु (काल) का प्रारंभ उस आमय होता हैं जब उनके:
(i) ऋतुस्त्राव प्रारम्भ होता हैं|
(ii) स्तन विकसित होना प्रारंभ करते हैं|
(iii) शारीरिक भार में वृद्धि होने लगाती हैं|
(iv) शरीर की लंबाई बढती हैं|
उत्तर: (i) ऋतुस्त्राव प्रारम्भ होता हैं|
(ग) निम्न में से कौन सा आहार किशोर के लिए सर्वाचित हैं:
(i) चिप्स, नूडल्स, कोक
(ii) रोटी, दाल, सब्जियाँ
(iii) चावल, नूडल्स, बर्गर
(iv) शाकाहारी टिक्की, चिप्स तथा लेमन पेय
उत्तर: (ii) रोटी, दाल, सब्जियाँ|
प्रश्न: निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए:
(क) ऐडॅम्स ऐपॅल
(ख) गौण लैंगिक लक्षण
(ग) गर्भस्य शिशु में लिंग निर्धारण
उत्तर:
(क) यौवन के दौरान, आवाज बॉक्स या स्वरयंत्र के आकर में वृद्धि के कारण लड़कों और लड़कियों की आवाज में बदलाव होता हैं| लड़कों में, वॉयस बॉक्स गर्दन के ऊपरी हिस्से में ठोड़ी के नीचे बाह्र निकलता हैं और इसे अक्सर ऐडॅम्स ऐपॅल कहा जाता हैं|
(ख) वे लक्ष्ण जो अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं और एक पुरूष को एक महिला से अलग करने में मदद करते हैं, द्वितीयक यौन लक्षण कहलाते हैं| उदाहरण के लिए, लड़कियों, स्तनों और लड़कों में, चहरे के बाल, यानी मूंछे और दाढ़ी|
(ग) एक बच्चे का लिंग, चाहे वह नर हो या मादा, निशेयं के समय निर्धारित किया जाता हैं जब न्र युग्मक मादा युग्मक के साथ विलीन हो जाता हैं| सभी मौश्यों की कोशिकाओं के केन्द्रक में 23 जोड़े गुणसूत्र होते हैं| इनमें से दो गुणसूत्र लिंग गुणसूत्र हैं| एक महिला में दो एक्स क्रोमोसोम होते हैं, जबकि एक पुरूष में एक एक्स और एक वाई क्रोमोसोम होता हैं| युग्मक (अंडाणु और शुकाणु) में गुणसूत्रों का केवल एक सेट होता हैं| निषेचित अंडे में हमेशा एक 'X' गुणसूत्र होता हैं|
लेकिन शुक्राणु दो प्रकार के होते हैं - एक में 'X' गुणसूत्र होता हैं और दूसरे में 'Y' गुणसूत्र होता हैं| जब 'X' गुणसूत्र वाला शुक्राणु अंडे को निशेच्चित करता हैं, तो युग्मनज में दो 'X' गुणसूत्र होंगे और एक महिला बच्चे में विकसित होंगे| यदि शुक्राणु निषेचन के समय अंडे या डिंब में 'Y' गुणसूत्र का योगदान देता हैं, तो युग्मनज एक नर बच्चे के रूप में विकसित होगा| इस प्रकार यः भी स्पष्ट हैं कि पिता के लिंग गुणसूत्र एक अजन्मे बच्चे के लिंग का निर्धारण करते हैं|
पाठ-गत अध्याय
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अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न - किशोरावस्था किसे कहते है ?
उत्तर - वृद्धि एक प्राकृतिक प्रक्रम है। जीवन काल की वह अवधि जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते हैं जिसके परिणामस्वरूप जनन परिपक्वता आती है, किशोरावस्थ कहलाती है।
प्रश्न - यौवनारंभ का सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन क्या है ?
उत्तर - लड़के एवं लड़कियों की जनन क्षमता का विकास।
प्रश्न - यौवनारंभ की दिखाई देने वाली सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन क्या है ?
उत्तर - लंबाई में एकाएक वृद्धि यौवनारम्भ के दौरान होने वाला सबसे अधिक दृष्टिगोचर परिवर्तन है।
प्रश्न - अंतःस्रावी ग्रंथियों को नलिकाविहीन ग्रंथियाँ क्यों कहते है ?
उत्तर - अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हार्मोनों को नलिका से न निर्मोचित कर सीधे रुधिर प्रवाह में निर्मोचित करती हैं। इसलिए इन्हें नलिका-विहीन गं्रथियाँ भी कहते हैं।
प्रश्न - किशोरावस्था में व्यक्तियों के चेहरे पर फुन्सियाँ और मुँहासे अधिक क्यों आते है ?
उत्तर - किशोरावस्था में व्यक्तियों के तैलिय ग्रंथियाँ अधिक क्रियाशील हो जाती है जिनके कारण चेहरे पर फुन्सियाँ और मुँहासे अधिक आते है।
प्रश्न - गौंड लैंगिक लक्षण क्या है ?
उत्तर - गौंड लैंगिक लक्षण वे लक्षण है जो यौवनारंभ के दौरान वृषण एवं अंडाशय शुक्राणु एवं अंडाणु उत्पन्न करते है तथा लडकियों में स्तनों का विकास होने लगता है तथा लडकों के चेहरे पर बाल उगने लगते हैं अर्थात् दाढ़ी-मूॅछ आने लगती है। ये लक्षण क्योंकि लड़कियों को लड़कों से पहचानने में सहायता करते हैं अतः इन्हें गौण लैंगिक लक्षण कहते हैं।
प्रश्न - किशोर तथा किशोरियों में यौवनारंभ के समय कौन कौन से शारीरिक परिवर्तन होते है ?
उत्तर -
(i) लंबाई में वृद्धि ।
(ii) शारीरिक आकृति में परिवर्तन ।
(iii) स्वर में परिवर्तन ।
(iv) स्वेद एवं तैलग्रेथियों की क्रियाशीलता में वृद्धि ।
(v) जनन अंगो का विकास ।
(vi) मनसिक, बौद्धिक एवं संवेदनात्मक परिपवक्ता ।
(vii) गौंड लैंगिक लक्षण
प्रश्न - शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उतरदायी अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ का क्या नाम है?
उत्तर - हार्मोन ।
प्रश्न - ऋतुस्राव क्या है? वर्णन कीजिए।
उत्तर - जब अंडाणु का निषेचन नहीं हो पाता तब उस स्थिति में अंडाणु तथा गर्भाशय का मोटा स्तर उसकी रुधिर वाहिकाओं सहित निस्तारित हो जाता है जिसे ऋतुस्राव अथवा रजोधर्म कहते हैं। इसका चक्र 28 से 30 दिनों का होता है ।
प्रश्न - लिंग हार्मोन क्या हैं? उनका नामकरण इस प्रकार क्यों किया गया? उनके प्रकार्य बताइए।
उत्तर - वृषण एवं अंडाशय अंतःस्रावी ग्रंथियाँ भी है जिनसे लिंग हार्मोन का स्राव होता है ये होर्मोन गौण लैंगिक लक्षणों के लिए उतरदायी है इसलिए इन्हें लिंग हार्मोन कहते है। ये पियुष ग्रंथि द्वारा स्रावित हार्मोनों के द्वारा नियंत्रित होते है।
प्रश्न - लिंग गुणसूत्र किसे कहते है ?
उत्तर - वे गुणसूत्र जो मनुष्य में लिंग का निर्धारण करते है लिंग गुण सूत्र कहलाते है । ये दो होते है एक X और Y दूसरा गुणसूत्र।
प्रश्न - एक नर हार्मोन का नाम बताइए ।
उत्तर - टेस्टोस्टेराॅन ।
प्रश्न - एक मादा हार्मोन का नाम बताइए।
उत्तर - एस्ट्रोजन।
प्रश्न - किस ग्रंथि को मास्टर ग्रंथि कहते है ?
उत्तर - पीयूष या पिट्यूटरी ग्रंथि ।
प्रश्न - लडकों में लैंगिक परिवर्तन के लिए उतरदायी हार्मोन का नाम लिखिए।
उत्तर - टेस्टोस्टेराॅन।
प्रश्न - लडकियों में लैंगिक परिवर्तन के लिए उतरदायी हार्मोन का नाम लिखिए।
उत्तर - एस्ट्रोजन।
प्रश्न - स्त्रियों में जननकाल की अवधि कितने समय तक रहता है ?
उत्तर - स्त्रियों में जननकाल की अवधि 10 से 12 वर्ष में आरंभ होकर 40 से 45 वर्ष की आयु में समाप्त हो जाता है।
प्रश्न - मनुष्य में लिंग निर्धारण कैसे होता है ?
उत्तर - मनुष्य में जब X गुणसूत्र वाला अंडाणु को निषेचित करता है तो युग्मनज में दो X गुणसूत्र होंगे जिससे वह मादा शिशु में विकसित होगा । यदि अंडाणु को निषेचित करने वाला शुक्राणु Y गुणसूत्र है तो नर शिशु विकसित होगा ।
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न - रजोदर्शन किसे कहते है ?
उत्तर - लडकियों में पहला ऋतुस्राव यौवनारंभ में होता है जिसे रजोदर्शन कहते है।
प्रश्न - रजोनिवृति क्या है ?
उत्तर - लगभग 40 से 45 वर्ष की आयु में ऋतुस्राव होना रूक जाता है। ऋतुस्राव के रूक जाने को रजोनिवृति कहते है।
प्रश्न - गाॅयटर किस ग्रंथि का रोग है ?
उत्तर - थायराॅइड ग्रंथि ।
प्रश्न - किस पदार्थ की कमी से शरीर में गाॅयटर रोग होता है ?
उत्तर - आयोडिन।
प्रश्न - मधुमेह रोग का क्या कारण है ?
उत्तर - मधुमेह रोग इन्सूलिन होर्मोन की कमी से होता है।
प्रश्न - शरीर में नमक की मात्रा को किस ग्रंथि द्वारा स्रावित हाॅर्माेन के द्वारा नियंत्रित किया जाता है?
उत्तर - एड्रिनेलिन ग्रंथि द्वारा ।
प्रश्न - एड्रिनेलिन हार्मोन का कार्य लिखों ।
उत्तर - यह क्रोध, चिंता एवं उतेजना की अवस्था में तनाव के संयोजन का कार्य करता है।
प्रश्न - कौन सी ग्रंथि वृद्धि हार्मोन को स्रावित करती है?
उत्तर - पियुष ग्रंथि ।
प्रश्न - वृद्धि हार्मोन का कार्य लिखें।
उत्तर - वृद्धि हार्मोन व्यक्ति की समान्य वृद्धि को बढ़ाता है।
प्रश्न - इंसूलिन हार्मोन का कार्य लिखों ।
उत्तर - यह रक्त शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है।
प्रश्न - कायांतरण किसे कहते है ?
उत्तर - लारवा से व्यस्क बनने के इस परिवर्तन को कायांतरण कहते है।
प्रश्न - कीटों में कायांतरण नियंत्रण किसके द्वारा होता हैं ?
उत्तर - कीटों में कायांतरण नियंत्रण कीट हार्मोन के द्वारा होता है।
प्रश्न - कभी कभी टेडपोल व्यस्क मेंढ़क में परिवर्धित नहीं हो पाते है। क्यों ?
उत्तर - यदि जल में पर्याप्त मात्रा में आयोडिन नहीं है तो टैंडपोल व्यस्क मेंढ़क में परिवर्धित नहीं हो पाते है।
प्रश्न - स्वास्थ्य की परिभाषा लिखें ।
उत्तर - व्यक्ति का शारिरिक एवं मानसिक विसंगतिमुक्त होना उस व्यक्ति का स्वास्थ्य कहलाता है।
प्रश्न - किशोरावस्था में संतुलित आहार की आवश्यकता क्यों पडती है ?
उत्तर - किशोरावस्था तीव्र वृद्धि एवं विकास की अवस्था है। शरीर के वृद्धि एवं विकास के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता पडती है।
प्रश्न - संतुलित आहार किसे कहते है ?
उत्तर - वह भोजन जिसमें पर्याप्त मात्रा में सभी आवश्यक पोषक तत्व हो संतुलित आहार कहते है।
प्रश्न - एक संतुलित भोजन का नाम लिखिए।
उत्तर - दूध ।
प्रश्न - उस तत्व का नाम बताइए जो रूधिर का निर्माण करता है ?
उत्तर - लौह तत्व (आयरन)।
प्रश्न - एड्स क्या है ? यह कैसे फैलता है ?
उत्तर - एड्स एक खतरनाक विषाणु (वायरस) भ्प्ट के द्वारा होता है। यह निम्न तरीके से फैलता है
(i) संक्रमित रक्त या सीरिंज द्वारा ।
(ii) पीडित माँ से शिशु में दूध द्वारा ।
(iii) एड्स रोगी से लैंगिक संपर्क द्वारा ।
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Science Chapter List
1. फसल उत्पादन एवं प्रबन्ध
2. सूक्ष्मजीव : मित्र एवं शत्रु
3. संश्लेषित तन्तु एवं प्लास्टिक
4. पदार्थ : धातु एवं अधातु
5. कोयला एवं पेट्रोलियम
6. दहन एवं ज्वाला
7. पौधें एवं जंतुओं का संरक्षण
8. कोशिका-संरचना एवं प्रकार्य
9. जंतुओं में जनन
10. किशोरावस्था की ओर
11. बल तथा दाब
12. घर्षण
13. ध्वनि
14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
15. कुछ प्राकृतिक परिघटनाएं
16. प्रकाश
17. तारे एवं सौर परिवार
18. वायु तथा जल का प्रदुषण
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