14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर ncert book solution in hindi-medium
NCERT Books Subjects for class 8th Hindi Medium
अध्याय समीक्षा
अतिरिक्त - प्रश्न:
- तांबा, एल्युमिनियम जैसी धातुएँ विद्युत की सुचालक होती हैं जबकि रबर प्लास्टिक जैसी सामग्री विद्युत की कुचालक होती हैं। द्रवों के मामले में, कुछ द्रव विद्युत के सुचालक होते हैं जबकि कुछ विद्युत के कुचालक होते हैं। पंपों, कुओं, तालाबों और नल जैसे स्रोतों से प्राप्त पानी शुद्ध नहीं होता है और इसमें कई घुले हुए लवण होते हैं। ऐसा जल विद्युत का सुचालक होता है। जबकि आसुत जल नमक रहित होता है और विद्युत का कुचालक होता है।
-
रासायनिक विलयनों के माध्यम से विद्युत धारा प्रवाहित होने से रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं।रासायनिक प्रभावों में शामिल हैं: (i) इलेक्ट्रोड पर गैस के बुलबुले का निर्माण, (ii) इलेक्ट्रोड पर धातुओं का जमाव, (iii) समाधान रंग में परिवर्तन|
-
कंडक्टर कोई भी पदार्थ जिससे विद्युत धारा प्रवाहित होती है, चालक कहलाती है। जैसे: तांबा जैसी धातु|
-
इन्सुलेटर (खराब कंडक्टर) वे पदार्थ जो इसके माध्यम से विद्युत प्रवाह के मुक्त प्रवाह की अनुमति नहीं देते हैं, खराब कंडक्टर या इन्सुलेटर के रूप में जाने जाते हैं। जैसे: रबर, प्लास्टिक।
-
पाठ-गत अध्याय
अभ्यास - प्रश्न:
प्रश्न: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(a) विद्युत् चालन करने वाले आधिकांश द्रव ................... , .................... तथा ................... के विलयन होते हैं|
(b) किसी विलयन से विद्युत् धारा प्रवाहित होने पर ........................ प्रभाव उत्पन्न होता हैं|
(c) यादी कॉपर सल्फेट विलयन से विद्युत् धरा प्रवाहित की जाए तो कॉपर बैटरी ................. टर्मिनल से संयोजित प्लेट पर निक्षेपित होता हैं|
(d) विद्युत् धरा किसी पदर्थ पर वांछित धातु की परत निक्षेपित करने की प्रक्रिया को ................ कहते हैं|
उत्तर:
(क) अम्लों, क्षारकों तथा लवणों
(ख) चुम्बकीय
(ग) ऋण
(घ) विद्युत् लेना|
प्रश्न: जब किसी संपरिक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो चुबकिय सुई विक्षेपित होती हैं| क्या आप ऐसा होने के कारण की व्याख्या कर सकते हैं|
उत्तर: जब किसी संपरीक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो विद्युत् धरा चुम्बकीय प्रभाव उत्पन्न कराती हैं फलस्वरूप चुबकिय सुई विक्षेपित होती हैं| विद्युत् धारा के दुर्बल होने पर भी चुम्बकीय सुई विक्षेपित होती हैं| चुम्बकीय सुई का विक्षेपन विद्युत् धारा पर निर्भर करता हैं| विद्युत् धरा का प्रभाव जितना अधिक होगा, चुम्बकीय सुई का विस्खेप्न भी उतना ही अधिक होगा|
प्रश्न: ऐसे तीन द्रवों के नाम लिखिए जिनका परिस्खं चित्र 14.9 से दर्शाए अनुसार करने पर चुंबकीय सुई विक्षेपित हो सके|
उत्तर:
1. टोंटी का पानी
2. कॉपर सल्फेट
3. निम्बू का पानी
प्रश्न: चित्र 14.10 में दर्शायी फै व्यवस्था में बल्ब नहीं जलता| क्या आप संभावित कारणों की सूची बन सकते हैं| अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए|
उत्तर: यदि चित्रानुसार व्यवस्था में बल्ब नहीं जलाता है तो इसके संभावित कारण निम्न हो सकते हैं:
- बहुत दुर्बल विद्युत् धरा होने के कारण तंतु गर्म नहीं पा रहा इस कारण बल्ब दीप्त नहीं हो रहा|
- प्रयोग में लाये गए विलयन द्वारा विलयन द्वारा विद्युत् धरा प्रवाहित नहीं होती|
प्रश्न: दो द्रवों A तथा B के विद्युत् देखा गया कि संपरीक्षित्र का बल्ब द्रव A के लिए चमकीला दीप्त हुआ जबकि द्रव B के लिए अत्यंत धीमा दीप्त हुआ| आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि:
(i) द्रव A, द्रव B से अच्छा चालक हैं|
(ii) द्रव B, द्रव A से अच्छा चालक हैं|
(iii) दोनों द्रव की चालकता समान|
(iv) द्रवों की चालकता के गुणों की तुलना इस प्रकार नहीं की जा सकती|
उत्तर: (i) द्रव A, द्रव B से अच्छा चालक हैं|
प्रश्न: क्या शुद्ध जल विद्युत् का चालन करत हैं? यदि नहीं, तो इसे चालाक बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर: नहीं, शुद्ध जल विद्युत् का चालन नहीं करता| चूंकि लवण विद्युत् के अच्छे चालक होते है अत: हम शुद्ध जल में नमक, चीनी(साधारण लवण) घोलकर इसे चालक बन सकते हैं|
प्रश्न: आग लगने के समय, फायरमैन पानी के हौज़ (पाइपों) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति को बंद कर देते हैं| व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं|
उत्तर: चूंकि लवण विद्युत् के अच्छे चालक होते हैं तथा साधारण पानी में ये पाए जाते हैं| अत: साधारण पानी विद्युत् का सुचालक हैं इस कारण आग लगने के समय, फायरमैन पानी के हौज का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति बंद कर देते हैं| छिड़काव के दौरान संभवत: कुछ पानी विद्युत् बोर्ड तक जा सकता हैं जिससे सारे क्षेत्र में विद्युत् प्रवाह का खतरा होगा| जान, माल की हानि से बचना भी एक कारण हैं|
प्रश्न: तटीय क्षेत्र में रहने वाला एक बालक अपने संपरीक्षित से पीने के पानी तथा समुद्र के पानी का परीक्षण करता हैं| वह देखता हैं कि समुद्र के पानी के लिए चुंबकीय सुई अधिक विक्षेप दर्शाती हैं| क्या आप इसके कारण की व्याख्या कर सकते हैं?
उत्तर: हम जानते हैं कि ;लवण विद्युत् के अच्छे चालाक होते हैं| समुद्र के पानी के लिए चुम्बकीय सुई का विक्षेप अधिक हैं क्योंकि समुद्र का पानी संपरीक्षित्र के पानी से अधिक लवणयुक्त हाकिं अर्थात् विद्युत् का सुचालक हैं|
प्रश्न: क्या तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत् तारों की मरम्मत करना सुरक्षित होता हैं? व्याख्या कीजिए|
उत्तर: नहीं, पानी विद्युत् का सुचालक होता हैं अत: तेज़ वर्षा के मसय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत् तारों की मरम्मत करना सुरक्षित नहीं हैं| वर्षा के दौरान विद्युत् प्रवाह का दशा में लाइनमैन को भारी झटका लग सकता हैं जिस कारण उसकी मृत्यु भी होस सकती हैं|
प्रश्न: पहेली ने सुना था कि वर्षा का जल उतना ही शुद्ध हैं जितना कि आसुत जल| इसलिए उसने एक स्वच्छ काँच के बर्तन में कुछ वर्षा का जल एकत्रित करके संपरीक्षित से उसका परीक्षण किया| उसे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि चुंबकीय सुई विक्षेप दर्शाती हैं| इसा क्या कारण होस सकता हैं?
उत्तर: वर्षा का जल काँच के वर्तन में इकट्ठा करके उसक संपरीक्षित परीक्षण करने पर चुम्बकीय सुई विक्षेप दिखाती हैं| इसके कई कारण हो सकते हैं -
1. वर्षा का जल वायुमंडल के सम्पर्क में आकर अशुद्धियों से युक्त हो जाता हैं|
2. काँच के साफ़ बर्तन में भी अशुद्धियों होने की संभावना हैं|
हम जानते हैं कि लवण विद्युत् के अच्छे चालक होते हैं| आसुत जल में नमक मिलाकर उसे भी विद्युत् सुचालक बन सकते हैं| वर्षा का जल यदि अशुद्ध हो तो चुम्कीय विक्षेप दर्शाता हैं|
प्रश्न: आपने आस - पास उपलब्ध विद्युलेपित वस्तुओं की सूची बनाइए-
उत्तर: विद्युतलेपित वस्तुओं की सूची निम्न हैं:
1. पानी की टोंटी
2. कार के संवेदनशील भाग
3. नए अलमारी
4. लोहे की वस्तुओं पर पेंट द्वारा जिंक की परत
5. रसोई के बर्तन
प्रश्न: जो प्रक्रिया आपने क्रियाकलाप 14.7 में देखी वह कॉपर के शोधन में उपयोगी होती हैं| एक पतली शुद्ध कॉपर छड एवं एक अशुद्ध कॉपर की छड इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग की जाती हैं| कौन - सा इलेक्ट्रोड बैटरी के धन टर्मिनल से संयोजित किया जाए| कारण भी लिखिए?
उत्तर: अशुद्ध कॉपर की छड को धन टर्मिनल से संयोजित किया जाना चाहिए, अशुद्ध छड का कॉपर विलयन में मिलेगा तथा कॉपर ऋण टर्मिनल से जुड़े शुद्ध कॉपर की छड पर जमा होगा|
अशुद्ध कॉपर की छड को धन टर्मिनल से संयोजित इया जाना चाहिए क्योंकि, अशुद्ध छड का कॉपर विलयन में मिलेगा तथा शुद्ध कॉपर की छड पर जमा होगा|
पाठ-गत अध्याय
अभ्यास - प्रश्न:
प्रश्न: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(a) विद्युत् चालन करने वाले आधिकांश द्रव ................... , .................... तथा ................... के विलयन होते हैं|
(b) किसी विलयन से विद्युत् धारा प्रवाहित होने पर ........................ प्रभाव उत्पन्न होता हैं|
(c) यादी कॉपर सल्फेट विलयन से विद्युत् धरा प्रवाहित की जाए तो कॉपर बैटरी ................. टर्मिनल से संयोजित प्लेट पर निक्षेपित होता हैं|
(d) विद्युत् धरा किसी पदर्थ पर वांछित धातु की परत निक्षेपित करने की प्रक्रिया को ................ कहते हैं|
उत्तर:
(क) अम्लों, क्षारकों तथा लवणों
(ख) चुम्बकीय
(ग) ऋण
(घ) विद्युत् लेना|
प्रश्न: जब किसी संपरिक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो चुबकिय सुई विक्षेपित होती हैं| क्या आप ऐसा होने के कारण की व्याख्या कर सकते हैं|
उत्तर: जब किसी संपरीक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो विद्युत् धरा चुम्बकीय प्रभाव उत्पन्न कराती हैं फलस्वरूप चुबकिय सुई विक्षेपित होती हैं| विद्युत् धारा के दुर्बल होने पर भी चुम्बकीय सुई विक्षेपित होती हैं| चुम्बकीय सुई का विक्षेपन विद्युत् धारा पर निर्भर करता हैं| विद्युत् धरा का प्रभाव जितना अधिक होगा, चुम्बकीय सुई का विस्खेप्न भी उतना ही अधिक होगा|
प्रश्न: ऐसे तीन द्रवों के नाम लिखिए जिनका परिस्खं चित्र 14.9 से दर्शाए अनुसार करने पर चुंबकीय सुई विक्षेपित हो सके|
उत्तर:
1. टोंटी का पानी
2. कॉपर सल्फेट
3. निम्बू का पानी
प्रश्न: चित्र 14.10 में दर्शायी फै व्यवस्था में बल्ब नहीं जलता| क्या आप संभावित कारणों की सूची बन सकते हैं| अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए|
उत्तर: यदि चित्रानुसार व्यवस्था में बल्ब नहीं जलाता है तो इसके संभावित कारण निम्न हो सकते हैं:
- बहुत दुर्बल विद्युत् धरा होने के कारण तंतु गर्म नहीं पा रहा इस कारण बल्ब दीप्त नहीं हो रहा|
- प्रयोग में लाये गए विलयन द्वारा विलयन द्वारा विद्युत् धरा प्रवाहित नहीं होती|
प्रश्न: दो द्रवों A तथा B के विद्युत् देखा गया कि संपरीक्षित्र का बल्ब द्रव A के लिए चमकीला दीप्त हुआ जबकि द्रव B के लिए अत्यंत धीमा दीप्त हुआ| आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि:
(i) द्रव A, द्रव B से अच्छा चालक हैं|
(ii) द्रव B, द्रव A से अच्छा चालक हैं|
(iii) दोनों द्रव की चालकता समान|
(iv) द्रवों की चालकता के गुणों की तुलना इस प्रकार नहीं की जा सकती|
उत्तर: (i) द्रव A, द्रव B से अच्छा चालक हैं|
प्रश्न: क्या शुद्ध जल विद्युत् का चालन करत हैं? यदि नहीं, तो इसे चालाक बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर: नहीं, शुद्ध जल विद्युत् का चालन नहीं करता| चूंकि लवण विद्युत् के अच्छे चालक होते है अत: हम शुद्ध जल में नमक, चीनी(साधारण लवण) घोलकर इसे चालक बन सकते हैं|
प्रश्न: आग लगने के समय, फायरमैन पानी के हौज़ (पाइपों) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति को बंद कर देते हैं| व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं|
उत्तर: चूंकि लवण विद्युत् के अच्छे चालक होते हैं तथा साधारण पानी में ये पाए जाते हैं| अत: साधारण पानी विद्युत् का सुचालक हैं इस कारण आग लगने के समय, फायरमैन पानी के हौज का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति बंद कर देते हैं| छिड़काव के दौरान संभवत: कुछ पानी विद्युत् बोर्ड तक जा सकता हैं जिससे सारे क्षेत्र में विद्युत् प्रवाह का खतरा होगा| जान, माल की हानि से बचना भी एक कारण हैं|
प्रश्न: तटीय क्षेत्र में रहने वाला एक बालक अपने संपरीक्षित से पीने के पानी तथा समुद्र के पानी का परीक्षण करता हैं| वह देखता हैं कि समुद्र के पानी के लिए चुंबकीय सुई अधिक विक्षेप दर्शाती हैं| क्या आप इसके कारण की व्याख्या कर सकते हैं?
उत्तर: हम जानते हैं कि ;लवण विद्युत् के अच्छे चालाक होते हैं| समुद्र के पानी के लिए चुम्बकीय सुई का विक्षेप अधिक हैं क्योंकि समुद्र का पानी संपरीक्षित्र के पानी से अधिक लवणयुक्त हाकिं अर्थात् विद्युत् का सुचालक हैं|
प्रश्न: क्या तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत् तारों की मरम्मत करना सुरक्षित होता हैं? व्याख्या कीजिए|
उत्तर: नहीं, पानी विद्युत् का सुचालक होता हैं अत: तेज़ वर्षा के मसय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत् तारों की मरम्मत करना सुरक्षित नहीं हैं| वर्षा के दौरान विद्युत् प्रवाह का दशा में लाइनमैन को भारी झटका लग सकता हैं जिस कारण उसकी मृत्यु भी होस सकती हैं|
प्रश्न: पहेली ने सुना था कि वर्षा का जल उतना ही शुद्ध हैं जितना कि आसुत जल| इसलिए उसने एक स्वच्छ काँच के बर्तन में कुछ वर्षा का जल एकत्रित करके संपरीक्षित से उसका परीक्षण किया| उसे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि चुंबकीय सुई विक्षेप दर्शाती हैं| इसा क्या कारण होस सकता हैं?
उत्तर: वर्षा का जल काँच के वर्तन में इकट्ठा करके उसक संपरीक्षित परीक्षण करने पर चुम्बकीय सुई विक्षेप दिखाती हैं| इसके कई कारण हो सकते हैं -
1. वर्षा का जल वायुमंडल के सम्पर्क में आकर अशुद्धियों से युक्त हो जाता हैं|
2. काँच के साफ़ बर्तन में भी अशुद्धियों होने की संभावना हैं|
हम जानते हैं कि लवण विद्युत् के अच्छे चालक होते हैं| आसुत जल में नमक मिलाकर उसे भी विद्युत् सुचालक बन सकते हैं| वर्षा का जल यदि अशुद्ध हो तो चुम्कीय विक्षेप दर्शाता हैं|
प्रश्न: आपने आस - पास उपलब्ध विद्युलेपित वस्तुओं की सूची बनाइए-
उत्तर: विद्युतलेपित वस्तुओं की सूची निम्न हैं:
1. पानी की टोंटी
2. कार के संवेदनशील भाग
3. नए अलमारी
4. लोहे की वस्तुओं पर पेंट द्वारा जिंक की परत
5. रसोई के बर्तन
प्रश्न: जो प्रक्रिया आपने क्रियाकलाप 14.7 में देखी वह कॉपर के शोधन में उपयोगी होती हैं| एक पतली शुद्ध कॉपर छड एवं एक अशुद्ध कॉपर की छड इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग की जाती हैं| कौन - सा इलेक्ट्रोड बैटरी के धन टर्मिनल से संयोजित किया जाए| कारण भी लिखिए?
उत्तर: अशुद्ध कॉपर की छड को धन टर्मिनल से संयोजित किया जाना चाहिए, अशुद्ध छड का कॉपर विलयन में मिलेगा तथा कॉपर ऋण टर्मिनल से जुड़े शुद्ध कॉपर की छड पर जमा होगा|
अशुद्ध कॉपर की छड को धन टर्मिनल से संयोजित इया जाना चाहिए क्योंकि, अशुद्ध छड का कॉपर विलयन में मिलेगा तथा शुद्ध कॉपर की छड पर जमा होगा|
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: आग लगाने के समय, फायरमैन पानी के हौज (पाइपों) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति को बंद कर देते हैं| व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं|
उत्तर: आग लागने के समय, फायरमैन पानी के हौज (पाइपों) कका उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति इसप्लिए बंद कर देते हैं क्योंकि साधारण पानी विद्युत् का सुचालक हैं| या छिड़काव करते समय कुछ पानी विद्युत् बोर्ड आदि में चला जाए तो सारे क्षेत्र में विद्युत् धारा फ़ैलाने का खतरा बन जाएगा, जिससे जान, माल तक की हानि हो सकती है|
प्रश्न: क्या तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के वियुत तारों की मरम्मत करना सुरक्षित होता हैं? व्याख्या कीजिए|
उत्तर: नहीं, तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लोआइन के विद्युत् तारों की मरम्मत करना सुरक्षित ;नहीं हैं क्योंकि पानी विद्युत् का सुचालक हैं| तेज़ वर्षा के समय जरा - सी विद्युत् रिसाव किड दशा में लाइनमैन को करंट लग सकता हैं और उसकी जान तक को ख़तरा पहुँच सकता हैं|
प्रश्न: विद्युतलेपन किसे कहते हैं?
उत्तर: विद्युत् द्वारा किसी पदार्थ पर किसी वांछित धातु की परत निक्षेपित करने की प्रक्रिया विद्युत् लेपन कहलाती हैं| उदाहरण:- लोहे पर जिंक की परत चढाना| विद्युतलेपन की मदद से नकली अभूष्ण बनाए जाते हैं|
प्रश्न: विस्थापन अभिक्रिया क्या हैं?
उत्तर: इस अभिक्रिया में एक शक्तिशाली धातु काम शक्तिशाली धातु को अभिक्रिया करके बदल देती हैं| इस अभिक्रिया को विस्थापन कहते हैं| उदाहरण:
कॉपर सल्फेट (CuSo4) + जिंक (Zn) — जिंक सल्फेट (ZNSO4) + कॉपर (Cu)
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: आग लगाने के समय, फायरमैन पानी के हौज (पाइपों) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति को बंद कर देते हैं| व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं|
उत्तर: आग लागने के समय, फायरमैन पानी के हौज (पाइपों) कका उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत् आपूर्ति इसप्लिए बंद कर देते हैं क्योंकि साधारण पानी विद्युत् का सुचालक हैं| या छिड़काव करते समय कुछ पानी विद्युत् बोर्ड आदि में चला जाए तो सारे क्षेत्र में विद्युत् धारा फ़ैलाने का खतरा बन जाएगा, जिससे जान, माल तक की हानि हो सकती है|
प्रश्न: क्या तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के वियुत तारों की मरम्मत करना सुरक्षित होता हैं? व्याख्या कीजिए|
उत्तर: नहीं, तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लोआइन के विद्युत् तारों की मरम्मत करना सुरक्षित ;नहीं हैं क्योंकि पानी विद्युत् का सुचालक हैं| तेज़ वर्षा के समय जरा - सी विद्युत् रिसाव किड दशा में लाइनमैन को करंट लग सकता हैं और उसकी जान तक को ख़तरा पहुँच सकता हैं|
प्रश्न: विद्युतलेपन किसे कहते हैं?
उत्तर: विद्युत् द्वारा किसी पदार्थ पर किसी वांछित धातु की परत निक्षेपित करने की प्रक्रिया विद्युत् लेपन कहलाती हैं| उदाहरण:- लोहे पर जिंक की परत चढाना| विद्युतलेपन की मदद से नकली अभूष्ण बनाए जाते हैं|
प्रश्न: विस्थापन अभिक्रिया क्या हैं?
उत्तर: इस अभिक्रिया में एक शक्तिशाली धातु काम शक्तिशाली धातु को अभिक्रिया करके बदल देती हैं| इस अभिक्रिया को विस्थापन कहते हैं| उदाहरण:
कॉपर सल्फेट (CuSo4) + जिंक (Zn) — जिंक सल्फेट (ZNSO4) + कॉपर (Cu)
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Science Chapter List
1. फसल उत्पादन एवं प्रबन्ध
2. सूक्ष्मजीव : मित्र एवं शत्रु
3. संश्लेषित तन्तु एवं प्लास्टिक
4. पदार्थ : धातु एवं अधातु
5. कोयला एवं पेट्रोलियम
6. दहन एवं ज्वाला
7. पौधें एवं जंतुओं का संरक्षण
8. कोशिका-संरचना एवं प्रकार्य
9. जंतुओं में जनन
10. किशोरावस्था की ओर
11. बल तथा दाब
12. घर्षण
13. ध्वनि
14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
15. कुछ प्राकृतिक परिघटनाएं
16. प्रकाश
17. तारे एवं सौर परिवार
18. वायु तथा जल का प्रदुषण
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