15. कुछ प्राकृतिक परिघटनाएं Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
15. कुछ प्राकृतिक परिघटनाएं Science class 8 exercise अतिरिक्त प्रश्नोत्तर ncert book solution in hindi-medium
NCERT Books Subjects for class 8th Hindi Medium
अध्याय समीक्षा
अध्याय -सामीक्षा:
- धनात्मक और ऋणात्मक आवेश दो प्रकार के आवेश होते हैं।
- समान शुल्क एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं, जबकि समान नहीं होने वाले शुल्क एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।
- स्थैतिक आवेश रगड़ से उत्पन्न विद्युत आवेश होते हैं।
- आवेशों के गतिमान होने पर विद्युत धारा उत्पन्न होती है।
- यह निर्धारित करने के लिए कि कोई पिंड आवेशित है या नहीं, एक इलेक्ट्रोस्कोप नियोजित किया जा सकता है।
- अर्थिंग एक आवेशित वस्तु से जमीन पर आवेश को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया है।
- बिजली बादलों और पृथ्वी के बीच या बादलों के बीच विद्युत निर्वहन के कारण होती है।
- बादल वायुमंडल में पानी की बूंदों के टकराने से बनते हैं।
- वातावरण में कण घर्षण के कारण आवेशित होते हैं।
- बादल के नीचे की ओर ऋणात्मक आवेश बनते हैं, जबकि धनात्मक आवेश शीर्ष पर जमा होते हैं।
- जैसे-जैसे चार्ज संचय बढ़ता है, बादल पास की जमीन पर धनात्मक आवेश उत्पन्न करेगा।
- जैसे-जैसे आवेश की मात्रा बढ़ती है, बादल पर ऋणात्मक आवेश पृथ्वी की ओर एक मार्ग बनाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बिजली के निर्वहन की एक संकीर्ण लकीर होती है जिसे बिजली कहा जाता है।
- बिजली गिरने से लोगों और संपत्ति दोनों को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
- बिजली गिरने के दौरान सावधानी बरतना जरूरी है।
- सबसे लोकप्रिय उपाय अंदरूनी (घरों या अन्य बंद क्षेत्रों) और वाहनों (बंद जैसे ऑटो) में आश्रय ले रहे हैं।
- बिजली के कंडक्टरों का उपयोग करके इमारतों को बिजली के प्रभाव से बचाया जा सकता है।
- भूकंप एक प्राकृतिक घटना है जिसका पूर्वाभास नहीं किया जा सकता है।
- क्रस्ट, मेंटल और कोर तीन प्राथमिक परतें हैं जो पृथ्वी को बनाती हैं।
- आंतरिक कोर और बाहरी कोर कोर के दो भाग हैं।
- क्रस्ट मेंटल के ऊपर तैरता है, जो अर्ध-ठोस पदार्थ से बना होता है।
- महासागर और महाद्वीप क्रस्ट बनाते हैं।
- क्रस्ट को टेक्टोनिक प्लेटों में विभाजित किया जाता है, जो विभिन्न वर्गों से बनी होती हैं।
- फॉल्ट जोन वे क्षेत्र हैं जहां एक टेक्टोनिक प्लेट दूसरे के खिलाफ स्लाइड करती है, और ये वे क्षेत्र हैं जहां भूकंप आने की सबसे अधिक संभावना है। नतीजतन, इन क्षेत्रों को भूकंपीय क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
- भूकंप का फोकस पृथ्वी के आंतरिक भाग में वह स्थान होता है जहां यह होता है, और पृथ्वी की सतह पर फोकस के निकटतम क्षेत्र को सबसे अधिक नुकसान होने की संभावना है। भूकंप का केंद्र इसी क्षेत्र में स्थित है।
- सीस्मोग्राफ एक उपकरण है जो भूकंप की तीव्रता को मापता है। इसमें एक रोलिंग ड्रम और एक स्टाइलस के साथ एक पेंडुलम होता है जो एक ग्राफ पेपर जैसी शीट पर भूकंप की लहरों का पता लगाता है।
- भूकंप के केंद्र में उत्पन्न ऊर्जा भूकंपीय तरंगों के रूप में बाहर की ओर जाती है।
- रिक्टर पैमाने पर भूकंप की विनाशकारी ऊर्जा को मापा जाता है।
-
आंधी या बिजली गिरने के दौरान क्या करें और क्या न करें:
1. आंधी के दौरान घर या संरचना जैसी सुरक्षित जगह खोजने की कोशिश करें।2.यदि आप बाहर हैं, तो खुले स्थानों जैसे खेतों या ऊंचे स्थानों से बचने का प्रयास करें।
3. शाखाओं, डंडों और धातु की वस्तुओं से दूर रहें।
4. अपने सिर को अपने घुटनों के बीच जमीन पर टिकाएं।
5. अगर आप अपने घर या घर के अंदर हैं तो बिजली के किसी भी उपकरण या बहते पानी का इस्तेमाल बंद कर दें।
-
भूकंप थोड़े समय के लिए पृथ्वी का अचानक हिलना है, जो पृथ्वी की सतह के भीतर गहरे आंदोलन के कारण होता है। आंतरिक रूप से, चार परतें, क्रस्ट, मेंटल, बाहरी कोर और आंतरिक कोर, पृथ्वी को बनाते हैं। क्रस्ट एक भी टुकड़ा नहीं है जो आंतरिक परतों की रक्षा करता है। छोटी प्लेटों में, यह खंडित होता है। ऐसी प्लेटें निरंतर गति में रहती हैं। हर बार जब वे एक दूसरे से टकराते हैं या एक दूसरे के ऊपर/नीचे जाते हैं तो क्रस्ट में एक व्यवधान महसूस होता है। यह टक्कर भूकंप का कारण बनती है।
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है। यह पैमाना भूकंप के कारण होने वाले जीवन और संपत्ति के नुकसान की मात्रा पर आधारित है। इस पैमाने पर भूकंप की तीव्रता जितनी अधिक होगी, उतना ही अधिक नुकसान होगा। वैज्ञानिकों ने सीस्मोग्राफ नामक एक उपकरण भी तैयार किया है, जो पृथ्वी की सतह पर झटके से उत्पन्न तरंगों को रिकॉर्ड करता है। इससे उन्हें नुकसान पहुंचाने की उनकी क्षमता का अनुमान लगाने में मदद मिलती है।
-
भूकंप-सूचक यंत्र एक ऐसा उपकरण है जो भूकंपीय तरंगों को रिकॉर्ड कर सकता है। इसमें एक धातु की छड़ या एक पेंडुलम शामिल होता है जो भूकंप आने पर कंपन कर सकता है। धातु की छड़ एक कलम से जुड़ी होती है जो कागज पर तरंगों को रिकॉर्ड करती है। वैज्ञानिक इन तरंगों का अध्ययन करते हैं और फिर भूकंप का नक्शा बनाते हैं। इससे उन्हें भूकंप की ताकत का आकलन करने में भी मदद मिलती है।
पाठ-गत अध्याय
अभ्यास - प्रश्न:
प्रश्न: प्रश्न 1 तथा 2 में सही विकल्प का चयन कीजिए-
1. निम्नलिखित में से किसे घर्षण द्वारा आसानी से आवेशित नहीं किया जा सकता|
(क) प्लास्टिक का पैमाना
(ख) ताम्बे की छड
(ग) फूला हुआ गुब्बारा
(घ) ऊनी वस्त्र
उत्तर: (ख) ताम्बे की खड़|
2. जब काँच की छड को रेशम के कपडे से रगडते हैं तो छड
(क) तथा कपड़ा दोनों धनावेश अर्जित कर लेते हैं|
(ख) धनावेशित हो जाती हैं तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता हैं|
(ग) तथा कपड़ा दोनों ऋणावेश अर्जित कर लेते हैं|
(घ) ऋणावेशित हो जाती हैं तथा कपड़ा धनावेशित हो जाता है|
उत्तर: (ख) धनावेशित हो जाती हैं तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता हैं|
3. निमनलिखित कथनों के समाने सही के सामने T तथ गलत के सामने F लिखिए-
(क) सजातीय आवेश एक दूसरे को आवेशित करते हैं|
(ख) आवेशित काँच की छड आवेशित प्लास्टिक स्ट्रा को आकर्षित करती हैं|
(ग) तड़ित चालक किसी भवन की तड़ित से सुरक्षा नहीं कर सकता|
(घ) भूंकप की भविष्यवाणी की जा सकती हैं|
उत्तर:
(क) गलत (F)
(ख) सही (T)
(ग) गलत (F)
(घ) गलत (F)
प्रश्न: सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट - चट की ध्वनि सुनाई देती हैं| व्याख्या कीजिए|
उत्तर: सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट - चट की ध्वनि सुनाई देती हैं ऐसा इसलिए क्योंकि स्वेटर उतारते समय स्वेटर और हमारे शरीर के बीच घर्षण होने के कारण स्वेटर आवेश अर्जित कर लेती हैं| परिणामस्वरूप स्वेटर से चट - चट की ध्वनि सुनाई देती हैं|
5. जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वह अपना आवेश खो देती है, व्याख्या कीजिए।
उत्तर: हम जानते है कि हमारा शरीर विद्युत का चालक होता है| जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वस्तु का आवेश हमारे शरीर से होते हुए ज़मीन में स्थानांतरित हो जाता है। परिणामस्वरूप छूते ही वह अपना आवेश खो देती है।
प्रश्न: उस पैमाने का नाम लिखिए जिस पर भूकंपों की विनाशी ऊर्जा मापी जाती है। इस पैमाने पर किसी भूकंप की माप 3 है। क्या इसे भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफी) से रिकार्ड किया जा सकेगा ? क्या इससे अधिक हानि होगी।
उत्तर: भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफ़ी),भूकंपों की विनाशी ऊर्जा को मापता है।हां,अगर किसी भूकंप की माप 3 है तो इसे भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफ़ी) से रिकार्ड किया जा सकता है।इससे ज्यादा हानि नहीं पहुँचेगी।
प्रश्न: तङित से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर: तङित से अपनी सुरक्षा करने के तीन उपाय निम्नलिखित है-
(i) खुले स्थान में नही रहना चाहिए|कही बाहर होने की स्थिति में किसी बंद स्थान पर जाना चाहिए|
(ii) सभी तरह के विद्युत उपकरणों तथा जलिय स्थानों से दूर रहना चाहिए।
(iii) तङित की गर्जन सुनकर तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए और किसी वृक्ष के नीचे शरण नही लेना चाहिए|
(Iv) धातु की जगह लकड़ी से बने हैंडल वाले छतरी का इस्तेमाल करना चाहिए|
प्रश्न: आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है,जबकि अनावेशित गुब्बारा आवेशित गुब्बारे द्वारा आकर्षित किया जाता है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर: जब दोनों गुब्बारे आवेशित है उस स्थिति में उन दोनों पर एक ही प्रकार का आवेश है।चुकि
सजातीय आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।इसलिए एक आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है|
जब एक गुब्बारा आवेशित और दूसरा अनावेशित है, दोनों को समीप लाने पर अनावेशित गुब्बारा विपरीत आवेश से आवेशित हो जाता है|चुकि विपरीत आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।इसलिए आवेशित गुब्बारा,अनावेशित गुब्बारे को आकर्षित करता है।
प्रश्न: चित्र की सहायता से किसी ऐसे उपकरण का वर्णन कीजिए जिसका उपयोग किसी आवेशित वस्तु की पहचान में होता है।
उत्तर: सबसे पहले एक जार लेकर उसे गत्ते से ढक देते है| एल्युमीनियम की दो पत्तियाँ लेते है और एक पेपर क्लिप में पत्तियो को लटका देते है|अब इस पेपर क्लिप को गत्ते में चित्रानुसार डाल देते है| इसके बाद एक पेन की आवेशित रिफिल को पेपर क्लिप से संपर्क कराते है|जब ऐसा किया जाता है तो एल्युमीनियम कीपत्तियाँ एक दूसरे से दूर हो जाती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रिफिल का आवेश पेपर क्लिप से होता हुआ एल्युमीनियम की पत्तियों पर आ जाता है।चुकि दोनों पत्तियों और वस्तु पर एक ही तरह का आवेश है, इस कारण वह एक दूसरे से दूर होती हैं। इस युक्ति को विद्युतदर्शी कहते है|
प्रश्न: भारत के उन तीन राज्यों( प्रदेशों) की सूची बनाइए जहाँ भूकम्पों के झटके अधिक संभावित है।
उत्तर: भारत के वह तीन राज्य है-
जम्मू-कश्मीर, गुजरात और हिमाचल प्रदेश ।
प्रश्न: मान लीजिए आप घर से बाहर हैं तथा भूकम्प के झटके लगते हैं।आप अपने बचाव के लिए क्या सावधानियाँ बरतेंगें ?
उत्तर: अपने बचाव के लिए कुछ सावधानियाँ-
(i) मै किसी खाली जगह को तलाशुंगा और धरती पर लेट जाऊंग और सिर को तकिय से ढक लूंगा|
(ii) अगर मै किसी वाहन में हू तो बाहर नही जाऊंगा|
(iii) बिजली के सभी उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करूंगा|
(iv) अगर मै कहीं अंदर फंस गया हूं तो दौडूंगा नहीं, इससे और तेज़ झटके लग सकते है|
प्रश्न: मौसम विभाग भविष्यवाणी करता है कि किसी निश्चित दिन तङित झंझा की संभावना है और मान लीजिए उस दिन आपको बाहर जाना है। क्या आप छतरी लेकर जाँएगे ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: नहीं , क्योकि तडित झंझा के समय बिजली कड़क सकती है जिससे छाते में लगी धातु पर से करंट गुजर सकती है|और इन्सान को घायल कर सकती है।
पाठ-गत अध्याय
अभ्यास - प्रश्न:
प्रश्न: प्रश्न 1 तथा 2 में सही विकल्प का चयन कीजिए-
1. निम्नलिखित में से किसे घर्षण द्वारा आसानी से आवेशित नहीं किया जा सकता|
(क) प्लास्टिक का पैमाना
(ख) ताम्बे की छड
(ग) फूला हुआ गुब्बारा
(घ) ऊनी वस्त्र
उत्तर: (ख) ताम्बे की खड़|
2. जब काँच की छड को रेशम के कपडे से रगडते हैं तो छड
(क) तथा कपड़ा दोनों धनावेश अर्जित कर लेते हैं|
(ख) धनावेशित हो जाती हैं तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता हैं|
(ग) तथा कपड़ा दोनों ऋणावेश अर्जित कर लेते हैं|
(घ) ऋणावेशित हो जाती हैं तथा कपड़ा धनावेशित हो जाता है|
उत्तर: (ख) धनावेशित हो जाती हैं तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता हैं|
3. निमनलिखित कथनों के समाने सही के सामने T तथ गलत के सामने F लिखिए-
(क) सजातीय आवेश एक दूसरे को आवेशित करते हैं|
(ख) आवेशित काँच की छड आवेशित प्लास्टिक स्ट्रा को आकर्षित करती हैं|
(ग) तड़ित चालक किसी भवन की तड़ित से सुरक्षा नहीं कर सकता|
(घ) भूंकप की भविष्यवाणी की जा सकती हैं|
उत्तर:
(क) गलत (F)
(ख) सही (T)
(ग) गलत (F)
(घ) गलत (F)
प्रश्न: सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट - चट की ध्वनि सुनाई देती हैं| व्याख्या कीजिए|
उत्तर: सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट - चट की ध्वनि सुनाई देती हैं ऐसा इसलिए क्योंकि स्वेटर उतारते समय स्वेटर और हमारे शरीर के बीच घर्षण होने के कारण स्वेटर आवेश अर्जित कर लेती हैं| परिणामस्वरूप स्वेटर से चट - चट की ध्वनि सुनाई देती हैं|
5. जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वह अपना आवेश खो देती है, व्याख्या कीजिए।
उत्तर: हम जानते है कि हमारा शरीर विद्युत का चालक होता है| जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वस्तु का आवेश हमारे शरीर से होते हुए ज़मीन में स्थानांतरित हो जाता है। परिणामस्वरूप छूते ही वह अपना आवेश खो देती है।
प्रश्न: उस पैमाने का नाम लिखिए जिस पर भूकंपों की विनाशी ऊर्जा मापी जाती है। इस पैमाने पर किसी भूकंप की माप 3 है। क्या इसे भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफी) से रिकार्ड किया जा सकेगा ? क्या इससे अधिक हानि होगी।
उत्तर: भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफ़ी),भूकंपों की विनाशी ऊर्जा को मापता है।हां,अगर किसी भूकंप की माप 3 है तो इसे भूकम्पलेखी ( सीसमोग्राफ़ी) से रिकार्ड किया जा सकता है।इससे ज्यादा हानि नहीं पहुँचेगी।
प्रश्न: तङित से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर: तङित से अपनी सुरक्षा करने के तीन उपाय निम्नलिखित है-
(i) खुले स्थान में नही रहना चाहिए|कही बाहर होने की स्थिति में किसी बंद स्थान पर जाना चाहिए|
(ii) सभी तरह के विद्युत उपकरणों तथा जलिय स्थानों से दूर रहना चाहिए।
(iii) तङित की गर्जन सुनकर तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए और किसी वृक्ष के नीचे शरण नही लेना चाहिए|
(Iv) धातु की जगह लकड़ी से बने हैंडल वाले छतरी का इस्तेमाल करना चाहिए|
प्रश्न: आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है,जबकि अनावेशित गुब्बारा आवेशित गुब्बारे द्वारा आकर्षित किया जाता है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर: जब दोनों गुब्बारे आवेशित है उस स्थिति में उन दोनों पर एक ही प्रकार का आवेश है।चुकि
सजातीय आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।इसलिए एक आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है|
जब एक गुब्बारा आवेशित और दूसरा अनावेशित है, दोनों को समीप लाने पर अनावेशित गुब्बारा विपरीत आवेश से आवेशित हो जाता है|चुकि विपरीत आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।इसलिए आवेशित गुब्बारा,अनावेशित गुब्बारे को आकर्षित करता है।
प्रश्न: चित्र की सहायता से किसी ऐसे उपकरण का वर्णन कीजिए जिसका उपयोग किसी आवेशित वस्तु की पहचान में होता है।
उत्तर: सबसे पहले एक जार लेकर उसे गत्ते से ढक देते है| एल्युमीनियम की दो पत्तियाँ लेते है और एक पेपर क्लिप में पत्तियो को लटका देते है|अब इस पेपर क्लिप को गत्ते में चित्रानुसार डाल देते है| इसके बाद एक पेन की आवेशित रिफिल को पेपर क्लिप से संपर्क कराते है|जब ऐसा किया जाता है तो एल्युमीनियम कीपत्तियाँ एक दूसरे से दूर हो जाती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रिफिल का आवेश पेपर क्लिप से होता हुआ एल्युमीनियम की पत्तियों पर आ जाता है।चुकि दोनों पत्तियों और वस्तु पर एक ही तरह का आवेश है, इस कारण वह एक दूसरे से दूर होती हैं। इस युक्ति को विद्युतदर्शी कहते है|
प्रश्न: भारत के उन तीन राज्यों( प्रदेशों) की सूची बनाइए जहाँ भूकम्पों के झटके अधिक संभावित है।
उत्तर: भारत के वह तीन राज्य है-
जम्मू-कश्मीर, गुजरात और हिमाचल प्रदेश ।
प्रश्न: मान लीजिए आप घर से बाहर हैं तथा भूकम्प के झटके लगते हैं।आप अपने बचाव के लिए क्या सावधानियाँ बरतेंगें ?
उत्तर: अपने बचाव के लिए कुछ सावधानियाँ-
(i)मै किसी खाली जगह को तलाशुंगा और धरती पर लेट जाऊंग और सिर को तकिय से ढक लूंगा|
(ii)अगर मै किसी वाहन में हूँ तो बाहर नही जाऊंगा|
(iii) बिजली के सभी उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करूंगा|
(IV) अगर मै कहीं अंदर फंस गया हूं तो दौडूंगा नहीं, इससे और तेज़ झटके लग सकते है|
प्रश्न: मौसम विभाग भविष्यवाणी करता है कि किसी निश्चित दिन तङित झंझा की संभावना है और मान लीजिए उस दिन आपको बाहर जाना है। क्या आप छतरी लेकर जाँएगे ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: नहीं , क्योकि तडित झंझा के समय बिजली कड़क सकती है जिससे छाते में लगी धातु पर से करंट गुजर सकती है|और इन्सान को घायल कर सकती है।
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: तडित कैसे पैदा होता है ?
उत्तर: बादलों में आवेश के एकत्रित होने से तडि़त पैदा होती है।
प्रश्न: तडित क्या है ?
उत्तर: तडित एक प्राकृतिक परिघटना है जिसमें बादल आकाश में चिंगारिया छोंडते है।
प्रश्न: आवेशित वस्तु को परिभाषित कीजिए।
उत्तर: जब प्लास्टिक की कंघी को सूखे बालों से रगड़ते हैं तब यह भी कुछ विद्युत आवेश अर्जित कर लेती है। इन वस्तुओं को आवेशित वस्तुएँ कहते हैं।
प्रश्न: आवेश कितने प्रकार के होते है ?
उत्तर: आवेश दो प्रकार के होते है ।
(i) धन आवेश
(ii) ऋण आवेश
प्रश्न: आवेशों का नाम लिखिए जब एक शीशे की छड़ को सिल्क से रगडा जाता है।
(i) शीशे की छड़ पर
(ii) सिल्क पर
उत्तर:
(i) शीशे की छड़ पर ऋण आवेश
(ii) सिल्क पर धन आवेश
प्रश्न: विद्युत दर्शी किसे कहते है ?
उत्तर: वह युक्ति जिसके द्वारा आवेश का पता लगाया जाता है विद्युत दर्शी कहते है।
प्रश्न: भूसम्पर्कण किसे कहते है ?
उत्तर: किसी आवेशित वस्तु से आवेश को पृथ्वी में भेजने की प्रक्रिया को भूसम्पर्कण कहते हैं।
प्रश्न: विद्युत विसर्जन किसे कहते है ?
उत्तर: उपरी बादलों में धन आवेश संचित होता है तथा निचली बादलों में ऋण आवेश संचित रहता है। जब इस संचित आवेश का मान अधिक हो जाता है तो विद्युत का हीन चालक वायु आवेशों के प्रभाव को रोक नहीं पाता है। ऋणात्मक और धनात्मक आवेश मिलकर प्रकाश की चमकिली धारियाँ बनाते है। जो तडित कहलाता है। इस प्रक्रिया को विद्युत विसर्जन कहते है।
प्रश्न: तडित चालक क्या है?
उत्तर: तडि़त चालक एक ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग भवनों को तडि़त के प्रभाव से बचाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न: तडि़त से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर:
(i) खुले स्थान में नहीं रहना चाहिए तथा सुरक्षित स्थान जैसे भवन या छोटे वृक्ष के नीचे शरण लेनी चाहिए तथा छाता का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(ii) गरज के समय तार वाले विद्युत यंत्र जैसे फोन, टेलीविजन, फ्रिज आदि चालु नहीं रखना चाहिए।
(iii) भवन को तडित चालक युक्त करना चाहिए ताकि भवन को आघात से बचाया जा सके।
प्रश्न: भवनों में तडित चालक कैसे स्थापित किया जाता है ?
उत्तर: किसी भवन के निर्माण के समय उसकी दीवारों में, उस भवन की ऊँचाई से अधिक लम्बाई की धातु की छड़ स्थापित कर दी जाती है। इस छड़ का एक सिरा वायु में खुला रखा जाता है तथा दूसरे सिरे को जमीन में काफी गहराई तक दबा देते हैं।
प्रश्न: भूकम्प क्या है ?
उत्तर: भूकम्प एक पृथ्वी का कंपन या झटका हैै । यह पृथ्वी के भूपर्पटी के भीतर गहराई में प्लेटों के खिसकने से उत्पन्न होता है।
प्रश्न: भूकम्प की तिव्रता को किससे मापा जाता है ?
उत्तर: रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है।
प्रश्न: जब किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते है तो वह अपना आवेश खो देता हैं । क्यों ?
उत्तर: जब किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते है तो उसका आवेश हमारे शरीर से होकर पैरों के द्वारा पृथ्वी में चला जाता है और आवेश खो देता है। इस प्रक्रिया को भू संम्पर्कण कहते है।
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: तडित कैसे पैदा होता है ?
उत्तर: बादलों में आवेश के एकत्रित होने से तडि़त पैदा होती है।
प्रश्न: तडित क्या है ?
उत्तर: तडित एक प्राकृतिक परिघटना है जिसमें बादल आकाश में चिंगारिया छोंडते है।
प्रश्न: आवेशित वस्तु को परिभाषित कीजिए।
उत्तर: जब प्लास्टिक की कंघी को सूखे बालों से रगड़ते हैं तब यह भी कुछ विद्युत आवेश अर्जित कर लेती है। इन वस्तुओं को आवेशित वस्तुएँ कहते हैं।
प्रश्न: आवेश कितने प्रकार के होते है ?
उत्तर: आवेश दो प्रकार के होते है ।
(i) धन आवेश
(ii) ऋण आवेश
प्रश्न: आवेशों का नाम लिखिए जब एक शीशे की छड़ को सिल्क से रगडा जाता है।
(i) शीशे की छड़ पर
(ii) सिल्क पर
उत्तर:
(i) शीशे की छड़ पर ऋण आवेश
(ii) सिल्क पर धन आवेश
प्रश्न: विद्युत दर्शी किसे कहते है ?
उत्तर: वह युक्ति जिसके द्वारा आवेश का पता लगाया जाता है विद्युत दर्शी कहते है।
प्रश्न: भूसम्पर्कण किसे कहते है ?
उत्तर: किसी आवेशित वस्तु से आवेश को पृथ्वी में भेजने की प्रक्रिया को भूसम्पर्कण कहते हैं।
प्रश्न: विद्युत विसर्जन किसे कहते है ?
उत्तर: उपरी बादलों में धन आवेश संचित होता है तथा निचली बादलों में ऋण आवेश संचित रहता है। जब इस संचित आवेश का मान अधिक हो जाता है तो विद्युत का हीन चालक वायु आवेशों के प्रभाव को रोक नहीं पाता है। ऋणात्मक और धनात्मक आवेश मिलकर प्रकाश की चमकिली धारियाँ बनाते है। जो तडित कहलाता है। इस प्रक्रिया को विद्युत विसर्जन कहते है।
प्रश्न: तडित चालक क्या है?
उत्तर: तडि़त चालक एक ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग भवनों को तडि़त के प्रभाव से बचाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न: तडि़त से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर:
(i) खुले स्थान में नहीं रहना चाहिए तथा सुरक्षित स्थान जैसे भवन या छोटे वृक्ष के नीचे शरण लेनी चाहिए तथा छाता का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(ii) गरज के समय तार वाले विद्युत यंत्र जैसे फोन, टेलीविजन, फ्रिज आदि चालु नहीं रखना चाहिए।
(iii) भवन को तडित चालक युक्त करना चाहिए ताकि भवन को आघात से बचाया जा सके।
प्रश्न: भवनों में तडित चालक कैसे स्थापित किया जाता है ?
उत्तर: किसी भवन के निर्माण के समय उसकी दीवारों में, उस भवन की ऊँचाई से अधिक लम्बाई की धातु की छड़ स्थापित कर दी जाती है। इस छड़ का एक सिरा वायु में खुला रखा जाता है तथा दूसरे सिरे को जमीन में काफी गहराई तक दबा देते हैं।
प्रश्न: भूकम्प क्या है ?
उत्तर: भूकम्प एक पृथ्वी का कंपन या झटका हैै । यह पृथ्वी के भूपर्पटी के भीतर गहराई में प्लेटों के खिसकने से उत्पन्न होता है।
प्रश्न: भूकम्प की तीव्रता को किससे मापा जाता है ?
उत्तर: रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है।
प्रश्न: जब किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते है तो वह अपना आवेश खो देता हैं । क्यों ?
उत्तर: जब किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते है तो उसका आवेश हमारे शरीर से होकर पैरों के द्वारा पृथ्वी में चला जाता है और आवेश खो देता है। इस प्रक्रिया को भू संम्पर्कण कहते है।
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Science Chapter List
1. फसल उत्पादन एवं प्रबन्ध
2. सूक्ष्मजीव : मित्र एवं शत्रु
3. संश्लेषित तन्तु एवं प्लास्टिक
4. पदार्थ : धातु एवं अधातु
5. कोयला एवं पेट्रोलियम
6. दहन एवं ज्वाला
7. पौधें एवं जंतुओं का संरक्षण
8. कोशिका-संरचना एवं प्रकार्य
9. जंतुओं में जनन
10. किशोरावस्था की ओर
11. बल तथा दाब
12. घर्षण
13. ध्वनि
14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
15. कुछ प्राकृतिक परिघटनाएं
16. प्रकाश
17. तारे एवं सौर परिवार
18. वायु तथा जल का प्रदुषण
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