अरुण जेटली (28 दिसम्बर 1952 जन्म – 24 अगस्त 2019 मृत्यु)
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अरुण जेटली (28 दिसम्बर 1952 जन्म – 24 अगस्त 2019 मृत्यु)
अरुण जेटली (28 दिसम्बर 1952 जन्म – 24 अगस्त 2019 मृत्यु)
अरुण जेटली (28 दिसम्बर 1952 जन्म – 24 अगस्त 2019 मृत्यु)
Updated On:2022-11-10 15:59:09
अरुण जेटली जी का जन्म दिल्ली मे हुआ था | इनके पिता का नाम महाराज किशन जेटली और माता का नाम प्रभा जेटली था | इनके पिता एक वकील थे | इनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट जेविर्स स्कूल से हुई | इन्होने श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से स्नातक की परीक्षा पास की | 1977 मे इन्होने दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि की डिग्री प्राप्त की | 1974 मे वे दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संगठन के अध्यक्ष बने |
अस्त हो गया अरुण
अरुण जेटली (28 दिसम्बर 1952 जन्म – 24 अगस्त 2019 मृत्यु)
व्यक्तिगत जीवन :
उनका विवाह 24 मई 1982 को संगीता जेटली जी के साथ हुआ | उनके दो बच्चे पुत्र रोहन व पुत्री सोनाली है |
राजनीतिक जीवन :
अरुण जेटली जी को 1991 मे बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारणी का सदस्य चुना गया | 1999 के आम चुनाव से पहले ही उन्हें बीजेपी का प्रवक्ता बना दिया गया |
1999 मे बीजेपी की वाजपेयी सरकार मे सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री नुक्त किया गया | 3 जून 2009 को उन्हें आडवाणी जी द्वारा राज्य सभा मे विपक्ष का नेता चुना गया | 2014 के लोकसभा चुनाव मे वह अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गये |
26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी सरकार मे उन्हें वित मंत्री के रूप मे चुना गया | उन्ही के कार्यकाल मे 9 नवम्बर 2016 को भ्रष्टाचार, काले धन, नकली मुद्रा और आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए 500 और 1000 के नोटों का विमुद्रीकरण किया |
वित्त मंत्री के रूप मे अरुण जेटली के द्वारा लिए गये कुछ कड़े और महत्वपूर्ण फैसले :
1. नोट्बंदी : 9 नवम्बर 2016 को भ्रष्टाचार, काले धन, नकली मुद्रा और आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए 500 और 1000 के नोटों का विमुद्रीकरण किया |
2. वस्तु एवं सेवाकर (GST) :
1 जुलाई 2017 की आधी रात को पुरे देश मे GST लागु किया गया | इस दिन से पुरे देश मे 17 अलग अलग टेक्स को खत्म कर के ONE NATION ONE TAX की परम्परा को शुरू किया गया|
3. दिवालिया कानून : 28 मई 2016 को लोग सभा और राज्य सभा द्वारा यह कानून पारित किया गया | इस बिल के लागू होने के बाद बैंक और अन्य लेनदारो को दिवालिया कंपनी से वशुली मे मदद मिल रही है |
4. मुद्रा योजना : केंद्र सरकार ने छोटे उद्धम सुरु करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना अप्रेल 2015 मे सुरु की थी |
5. NPA की सफाई : मोदी सरकार के पहले कार्यकाल मे बतौर वित्त मंत्री जेटली ने फसे कर्ज की बढती समस्या से निपटने मे बहुत हद तक कामयाबी हासिल की |
6. विनिवेश का फैसला : जेटली के काम का नतीजा था की वाजपेयी ने 2001 मे अलग से विनिवेश मंत्रालय का गठन किया |
7. बैंको का एकीकरण : भारतीय बैंको को वैश्विक बैंको जैसा बनाने के लिए सरकारी बैंको का एकीकरण का काम अरुण जेटली की अगुवाई में ही शुरू किया गया |
8. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश : प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के जरिए देश मे निवेश बढ़ाने मे मुख्य भूमिका निभाई |
9. मोनीटरी पालिसी कमिटी : मोद्रिक नीति बनाने मे पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के उदेश्य से 2016 मे मोनीटरी पालिसी कमिटी का गठन जेटली द्वारा किया गया |
10. महंगाई पर नियंत्रण : मोदी सरकार के पहले कार्यकाल मे बतौर वित्त मंत्री जेटली ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये | 2014 मे राज्यकोषीय घाटा 4.5% था जो अप्रैल 2019 में घटकर 3.5% पर आ गया | इसी तरह 2014 में खुदरा महगाई 9.5% था जो 2019 में 2.95% दर्ज किया गया |
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