1. समकालीन विश्व में लोकतंत्र Political Science class 9 exercise महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
1. समकालीन विश्व में लोकतंत्र Political Science class 9 exercise महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर ncert book solution in hindi-medium
NCERT Books Subjects for class 9th Hindi Medium
मुख्य बिंदु
मुख्य बिन्दुएँ :
चिली में तख्तापलट :
- 11 सितंबर, 1973 को चिले के राष्ट्रपति आयेंदे की सरकार का उन्ही की सेना ने तख्तापलट कर दिया, जिसकी अगुआई जनरल आगस्तो पिनोशे किया किया |
- तख्तापलट के बाद जनरल आगस्तो पिनोशे चिली के राष्ट्रपति बने |
- फ़ौज ने राष्ट्रपति आयेंदे के निवास को घेर लिया और बम बरसाने लगे, इस फौजी हमले में राष्ट्रपति आयेंदे की मौत हो गई |
- इस तख्तापलट के लिए सैन्य शासकों को अमेरिका का साथ था, क्योंकि अमेरिका की सरकार आयेंदे शासन से खुश नहीं थीं |
- पिनोशे की सरकार ने आयेंदे के समर्थकों और लोकतंत्र की मांग करने वालों का दमन किया, उनकी हत्या कराई |
- वे सभी फौजी अधिकारी जिन्होंने तख्तापलट में शामिल होने से इंकार कर दिया था | उनकी हत्याएँ करा दी गई जिनमें चिले के वायुसेना के प्रमुख जनरल अल्बर्टो बैशेले प्रमुख थे | उनकी पत्नी और बेटी को जेल में डालकर काफी प्रताड़ित किया गया |
चिली में लोकतंत्र की वापसी :
- 17 वर्ष के शासन के बाद पिनोशे का सैनिक शासन 1988 में समाप्त हुआ जब उन्होंने जनमत संग्रह कराने का फैसला लिया | लोगों ने उनके सैन्य शासन को नकार दिया |
- सैन्य शासन के अंत के बाद जनरल बैशेले की बेटी मिशेल बैशेले चिली की राष्ट्रपति चुनी गई जो एक लोकतांत्रिक सरकार है |
- लोकतान्त्रिक सरकार द्वारा कराये गए जाँच में पाया गया कि पिनोशे सरकार सिर्फ क्रूर ही नहीं थी अपितु उसने भरी भ्रष्टाचार किया था |
पोलैंड में अलोकतांत्रिक सरकार :
- 1980 में पोलैंड पर जारुजेल्स्की के नेतृत्व में पोलिश यूनाइटेड वर्कर्स पार्टी का शासन था, जो मजदुर वर्ग के नाम पर शासन चला रहा था |
- पोलिश यूनाइटेड वर्कर्स पार्टी उन साम्यवादी दलों में से एक था जो तब पूर्वी यूरोप के अनेक देशों पर शासन करते थे |
- इन साम्यवादी शासन वाले देशों में किसी अन्य राजनितिक दलों को राजनिति में भाग लेने की अनुमति नहीं थी |
- लोग साम्यवादी शासन या अधिकारीयों का चुनाव अपनी इच्छा से नहीं कर सकते थे |
- नेताओं या पार्टी या सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को जेल में डाल दिया जाता था |
- पोलैंड की सरकार को एक बड़े साम्यवादी देश, सोवियत संघ का समर्थन हासिल था और वही इस पर नियंत्रण भी करता था |
- जनरल जारुजेल्स्की ने आन्दोलनों और अपनी आलोचनाओं से घबराकर दिसंबर 1981 में मार्शल लॉ घोषित कर दिया |
पोलैंड में लोकतंत्र :
- लेनिन जहाज कारखाना के मजदूरों ने हड़ताल किया जिसका नेतृत्व बाद में लेक वलेशा ने किया जो एक पेशे से इलेक्ट्रिशियन था | बाद में वह पोलैंड का राष्ट्रपति चुना गया |
- पोलैंड में कानून के अनुसार हड़ताल की इजाज़त नहीं थी क्योंकि देश में शासक दल से अलग किसी स्वतंत्र मजदूर संघ की अनुमति नहीं थी |
- जब हड़ताल को समर्थन मिलना शुरू हो गया तो मजदूरों ने अन्य बड़ी मांगे शुरू कर दी जो निम्न थी - स्वतंत्र मजदूर संघ बनाने की मांग की, राजनैतिक बंदियों को रिहा किया जाए और प्रेस पर लगी सेंसरशिप हटाई जाए |
अभ्यास
पाठ -1
प्रश्न 1: इनमे से किससे लोकतंत्र के विस्तार में मदद नहीं मिलती?
(क) लोगो का संघर्ष|
(ख) विदेशी शासन द्वारा आक्रमण|
(ग) उपनिवेशवाद का अंत|
(घ) लोगो की स्वतंत्रता की चाह|
उत्तर: (ख) विदेशी शासन द्वारा आक्रमण|
प्रश्न 2: आज की दुनिया के बारे में इनमे से कौन-सा कथन सहीं हैं?
(क) राजशाही शासन की वह पद्धति जो अब समाप्त हो गई हैं|
(ख) विभिन्न देशो के बीच संबंध पहले के किसी वक्त से अब कही ज्यादा लोकतांत्रिक हैं|
(ग) आज पहले के किसी दौर से ज्यादा देशों में शासको का चुनाव लोगो के द्वारा हो रहा हैं|
(घ) आज दुनिया में सैनिक तानशाह नहीं रह गए हैं|
उत्तर: (ग) आज पहले के किसी दौर से ज्यादा देशों में शासको का चुनाव लोगो के द्वारा हो रहा हैं|
प्रश्न 3: निम्नलिखित वाक्यांशों में से किसी एक का चुनाव करके इस वाक्य को पूरा कीजिए|
अंतराष्ट्रीय संस्थाओ में लोकतंत्र की जरूरत हैं ताकि.....
(क) अमीर देशो की बत्गो का ज्यादा वजन हो|
(ख) विभिन्न देश की बात का वजन उनकी सैनिय शक्ति के अनुपात में हो |
(ग) देश को उनकी आबादी के अनुपात में सम्मान मिले|
(घ) दुनिया के सभी देशो के साथ समान व्यवहार हो|
उत्तर: (घ) दुनिया के सभी देशो के साथ समान व्यवहार हो|
प्रश्न 4: इन देशो और लोकतंत्र की उनकी राह में मेल बैठाए|
देश | लोकतंत्र की ओर |
(क) चिले | 1. ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आज़ादी |
(ख) नेपाल |
2. सैनिक तानाशाही की समाप्ति| |
(ग) पोलैण्ड | 3. एक दल के शासन का अंत| |
(घ) घाना | 4. रजा ने अपने अधिकार छोड़ने पर सहमती दी| |
उत्तर:
(क) .......2
(ख).........4
(ग)..........3
(घ)..........1
प्रश्न 5: गैर लोकतांत्रिक शासन वाले देशों के लोग को किन-किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं? उदाहरणों के आधार पर इस कथन के पक्ष में तर्क दीजिए|
उत्तर: गैर-लोकतांत्रिक शासन वाले देशों के लोग अपने शासको का चुनाव नहीं कर सकते हैं| इस शासन व्यवस्था में जनसामान्य को सार्वजनिक रूप से अपने विचार प्रकट करने , राजनैतिक संगठनों का निर्माण करने , शासन व्यवस्था का विरोध करने तथा राजनैतिक कार्यवाही करने की स्वतंत्रता नहीं होती हैं|
प्रश्न 6. जब सेना लोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंकती हैं तो समान्यतः कौन-सी स्वतंत्रताए छीन ली जाती हैं?
उत्तर: जब सेना लोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंकती हैं तो समान्यतः निम्नलिखित स्वतंत्रताए छीन ली जाती हैं:-
(i) जनता को सार्वजनिक रूप से अपने विचार प्रकट करने तथा भाषण देने की स्वतंत्रता छीन ली जाती हैं|
(ii) सेना को शासन सम्बन्धी कोई भी निर्णय लेने के लिए किसी से अनुमति या परामर्श की आवश्यकता नहीं होती हैं |
(iii) सैन्य शासन द्वारा सत्ता में आने के बाद उन लोगो का उत्पीड़न किया जाता हैं जिन्होंने पूर्ववर्ती सरकार का तख्ता पलटने के सेना के प्रयास का विरोध किया |
प्रश्न 7: वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र बढ़ाने में इनमें से किस बातो से मदद मिलेगी? प्रत्येक मामले में अपने जवाब के पक्ष में तर्क दीजिए|
(क) मेरा देश अन्तराष्ट्रीय संस्थाओ को ज्यादा पैसा देते हैं इसलिए मै चाहता हूँ कि मेरे साथ ज्यादा सम्मानजनक व्यवहार हो और मुझे ज्यादा अधिकार मिले|
(ख) मेरा देश छोटा या गरीब हो सकता हैं लेकिन मेरी आवाज़ को समान आदर के साथ सुना जाना चाहिए क्योंकि इन फैसलों का मेरे देश पर भी असर होगा|
(ग) अंतराष्ट्रीय मामलों में अमीर देशों की ज्यादा चलनी चाहिए| गरीब देशों की संख्या ज्यादा हैं सिर्फ इसके चलते अमीर देश अपने हितो का नुकसान होने नहीं दे सकता|
(घ) भारत जैसे बड़े देशों की आवाज़ का अंतराष्ट्रीय संगठनों में सबसे ज्यादा वजन होना ही चाहिए|
उत्तर: (क) इस तथ्य का वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र को बढ़ाने में कोई योगदान नहीं हैं क्योंकि प्रत्येक देश और इसके नागरिकों को बिना उसकी सम्पन्नता एवं विपन्नता का भेद किए बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए|
(ख) संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा लिए गए निर्णयों का असर विश्व के सभी देशो पर पड़ा हैं| चूंकि छोटे तथा गरीब देशो को अपने विकास के लिए अधिकाधिक अंतराष्ट्रीय सहायता की आवश्यकता होती हैं, उनकी आवाज़ को सम्मान के साथ सुना जाना चाहिए|
(ग) अंतराष्ट्रीय स्तर पर धनी देशों को अधिक वरीयता देना किसी भी तरह से लोकतंत्र को बढ़ावा नहीं देना| अमीर एवं गरीब देश के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए कोई विभेद नहीं होना चाहिए| यह वैश्विक स्तर पर सामाजिक आर्थिक सहायता लाने में किसी तरह सहायक नहीं होगा, जो कि लोकतंत्र सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलूओं में से एक हैं|
(घ) यह तर्क भी वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में किसी प्रकार सहायक नहीं हैं|
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अतिरिक्त-प्रश्नोत्तर :
प्रश्न: लेक वालेशा कौन था ?
उत्तर: लेक वालेशा पोलैंड के एक मजदुर यूनियन का नेता था जो पेशे से एक इंजिनियर था और बाद में 1990 के चुनाव में वह पोलैंड का राष्ट्रपति बन गया |
प्रश्न: अफ्रीका के उस देश का नाम बताइए जो सबसे पहले स्वतंत्र हुआ |
उत्तर: घाना |
प्रश्न: आधुनिक विश्व में लोकतान्त्रिक देशों की क्या स्थिति है ?
उत्तर: आधुनिक विश्व में लोकतान्त्रिक देशों की संख्या सबसे अधिक है और अभी इनकी संख्या और बढ़ ही रही है | और जो पुराने लोकतान्त्रिक देश है उनमें लोकतंत्र और मजबूत हुआ है |
प्रश्न: सोलिडेरिटी क्या है ?
उत्तर: सोलिडेरिटी एक संगठन का नाम है जो 1980 में पोलैंड के मजदूरों द्वारा बनाया गया | कुछ ही वर्षों में इस संगठन के सदस्यों की संख्या करोड़ों में पहुँच गई | जिसके नेता लेक वालेशा बाद में पोलैंड के राष्ट्रपति चुने गए |
प्रश्न: साम्यवादी शासन के आप क्या समझते हैं ?
उत्तर: किसी देश की साम्यवादी पार्टी द्वारा चलाया गया शासन जिसमें अन्य पार्टियों को शासन या सत्ता के लिए प्रयास करने की इजाजत नहीं होती है | राज्य सभी बड़ी सम्पतियों और उद्योगों पर नियंत्रण रखता है |
प्रश्न: G-8 के सदस्य देश कौन-कौन से है ?
उत्तर: G-8 के सदस्य देश हैं - कनाडा, जर्मनी, जापान, इटली, ब्रिटेन, यू.एस.ए, रूस और फ्रांस |
प्रश्न: विश्व में सबसे बड़ा धन देने वाले संस्थान का नाम लिखिए |
उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष |
प्रश्न:1990 में पोलैंड में किस पार्टी की सरकार बनी और यह 100 में से कितनी सीटें जीती ?
उत्तर: 1990 में पोलैंड में सोलिडेरिटी पार्टी की सरकार बनी और यह 100 में से 99 सीटों पर चुनाव जीती |
प्रश्न: ग्डांस्क संधि के बाद बने मजदुर संगठन का नाम बताइए |
उत्तर: सोलिडरनोस्क |
प्रश्न: पोलैंड में हड़ताली कर्मचारियों का नेतृत्व किसने किया ?
उत्तर: लेक वालेशा ने किया जो पेशे से एक इंजिनियर था |
प्रश्न: 1980 में पोलैंड में किसकी शासन थी |
उत्तर: जनरल जारुजेल्स्की की शासन थी |
प्रश्न1: आयेंदे कौन थे ? उनकी प्रमुख नीतियाँ क्या थी ?
उत्तर: आयेंदे, चिले की सोशलिस्ट पार्टी के संस्थापक थे और उन्होंने 'पॉपुलर यूनिटी' नामक गठबंधन का नेतृत्व किया |
उनकी प्रमुख नीतियाँ निम्न थीं |
(i) उनकी नीतियों में गरीबों और मज़दूरों के फायदे वाली अनेक नीतियाँ थी |
(ii) शिक्षा प्रणाली में सुधार, बच्चों में मुफ्त दूध बांटना और भूमिहीन किसानों को जमीन बाँटने के कार्यक्रम शामिल थे |
(iii) विदेशी कंपनियों द्वारा देश से तांबा जैसी प्राकृतिक संपदा को बाहर ले जाने के खिलाफ था |
प्रश्न: चिले में लोकतंत्र की वापसी कैसे हुई ?
उत्तर :
प्रश्न: चिली में कब और किसके द्वारा सरकार का तख्ता पलटा गया ?
उत्तर: चिली में 11 सितम्बर 1973 में आगस्तों पिनोशों के द्वारा सरकार का तख्ता पलटा गया |
प्रश्न: लोकतंत्र किसे कहते है ?
उत्तर: लोगों द्वारा चुनी हुई, लोगों के लिए और लोगों द्वारा किया गया शासन प्रणाली लोकतंत्र कहलाता है |
प्रश्न: जनमत संग्रह से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर: जनमत संग्रह किसी मुद्दे पर जनता की राय जानने की एक प्रक्रिया है जिसमें मतदाताओं के सामने कोई एक प्रस्ताव रखकर उस पर हाँ या ना में जबाब लेने वाला एक प्रत्यक्ष चुनाव है | जनमत संग्रह किसी नए कानून या सरकार की किसी निति पर जनता का मत जानने के लिए कराया जा सकता है |
प्रश्न: शासन प्रणाली कितने प्रकार की होती है ? इसमें कौन सी शासन प्रणाली सबसे अच्छी मानी जाती है ?
उत्तर: शासन प्रणाली निम्न प्रकार की होती है |
(i) लोकशाही या लोकतंत्र
(ii) राजशाही या राजतन्त्र
(iii) तानाशाही शासन
(iv) मार्शल लॉ
लोकतंत्र को सबसे अच्छी शासन व्यवस्था माना जाता है |
प्रश्न: चिली में सैनिक विद्रोह में विद्रोहियों की सहायता किसने की थी ?
उत्तर: चिली में सैनिक विद्रोह में विद्रोहियों की सहायता यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका ने की थी |
प्रश्न: सेना द्वारा सरकार को उखाड़ फेंकने पर समान्यत: कौन-कौन सी स्वतंत्रताएँ समाप्त हो जाती है ?
उत्तर:
(i) किसी भी तरह की राजनैतिक गतिविधियाँ मानी नहीं की जाती | यदि ऐसा करते हुए पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जाता है |
(ii) प्रेस की आजादी समाप्त हो जाती है |
(iii) किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना कारण बताए गिरफ्तार किया जा सकता है और कई वर्षों की सजा भी दी जा सकती है |
(iv) वकील या दलील के लिए सैन्य शासन में कोई स्थान नहीं है |
(v) आंदोलनों पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाता है |
प्रश्न: 1980 में पोलैंड के हड़ताल को जनता के समर्थन बढ़ने के बाद हड़ताली कर्मचारियों ने कौन-कौन सी माँगे बढ़ा दी ?
उत्तर: हड़ताली कर्मचारियों ने निम्न माँगे बढ़ा दी |
(i) मजदूर संगठन बनाने के मांग की |
(ii) राजनैतिक बंदियों को रिहा करने की मांग की |
(iii) प्रेस पर से सेंसरशिप हटाने की मांग की |
प्रश्न: पोलिश यूनाइटेड पार्टी की वे कौन-कौन सी अलोकतांत्रिक कार्य थे जिसके कारण जनता उसकी सरकार के विरुद्ध हो गयी ?
उत्तर: पोलिश यूनाइटेड पार्टी की अलोकतांत्रिक कार्य :
(i) वहाँ अन्य पार्टियों को चुनाव लड़ने का या सत्ता प्राप्त करने का अधिकार नहीं था |
(ii) जो भी उसकी सरकार के विरुद्ध बोलता था उसे जेल में ठूंस दिया जाता था |
(iii) प्रेस पर सेंसरशिप लगा हुआ था |
(iv) न्य संगठन बनाने की इजाजत नहीं थी |
प्रश्न: सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार किसे कहते है ?
उत्तर: अठारह वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी व्यक्ति को बिना किसी रंग, जाति, धर्म या लिंग भेद के वोट देने का अधिकार है इस अधिकार को सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार कहते है |
प्रश्न: उपनिवेश क्या है?
उत्तर: जब कोई देश किसी देश को अपने आधिक कर लेता है और उस शासन करता है तो ऐसे आधीन देश को उपनिवेश कहते है |
प्रश्न: विश्ब बैंक किसी भी सरकार को ऋण कैसे मुहैया कराता है ?
उत्तर: विश्व बैंक किसी भी देश को उधार देने से पहले ये संस्थाएँ संबद्ध सरकार से अपना हिसाब किताब दिखाने को कहती है और उनकी उनकी आर्थिक नीतियों में बदलाव का निर्देश देती है |
प्रश्न : संयुक्त राष्ट्र महासभा पर टिप्पणी लिखों |
उत्तर: संयुक्त राष्ट्र महासभा में 193 सदस्य है | इन सदस्य देशों को एक-एक वोट मिला हुआ है | संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक सदस्य देश के प्रतिनिधियों द्वारा चुने गए अध्यक्ष की अगुआई में हर साल चलती है | महासभा का स्वरुप बहुत कुछ संसद के जैसा है जिसमें सभी प्रकार की चर्चाएँ होती है | यह एक लोकतान्त्रिक संगठन की तरह कार्य करता है | संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक सुरक्षा परिषद् है जिसके कुल पंद्रह सदस्य है जिसमें से परिषद् के पांच स्थायी सदस्य हैं - अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन |
प्रश्न: वीटो का अधिकार क्या है ?
उत्तर: किसी व्यक्ति, पार्टी या राष्ट्र को मिला वह अधिकार जिससे वह किसी कानून या फैसला को अकेले रोक सकता है | वीटो का अधिकार कहलाता है | वीटों किसी फैसले को रोकने का असीमित अधिकार देता है |
प्रश्न: सुरक्षा परिषद् का क्या कार्य है ?
उत्तर: सुरक्षा परिषद् का कार्य निम्न है |
(i) विभिन्न देशों के बीच शांति और सुरक्षा बनाए रखने की जिम्मेवारी है |
(ii) जब कोई देश किसी दुसरे देश पर गलत ढंग से हमला करता है तो ऐसे मामलों को सुरक्षा परिषद् देखता है |
(iii) यह एक अंतर्राष्ट्रीय शांति दस्ता बनाकर गलती करने वाले देश के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है |
प्रश्न : सुरक्षा परिषद् में अस्थायी सदस्य कितने वर्ष के लिए चुने जाते हैं ?
ऊतर: दो वर्ष |
प्रश्न: सुरक्षा परिषद् में असली ताकत किन देशो को प्राप्त है ?
उत्तर: सुरक्षा परिषद् में असली ताकत पांच देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन को प्राप्त है |
प्रश्न: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष क्या है ? यह क्या काम करती है ?
उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष संयुक्त राष्ट्र संघ की एक संस्था है जो दुनिया के किसी भी देश को उधार और ऋण देने का काम करता है | इसके 188 सदस्य देश है |
प्रश्न: विश्व बैंक के अध्यक्ष का मनोनयन कौन करता है ?
उत्तर: अमेरिकी वित्त मंत्री |
प्रश्न: सोवियत संघ के बिखराव के बाद पूर्वी यूरोप पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर: सोवियत संघ के बिखराव के बाद पूर्वी यूरोप के वे सभी देश जो सोवियत संघ के हिस्से थे वे अलग हो गए और स्वतंत्र हो गए |
प्रश्न: चिली में किसके द्वारा और कब सरकार का तख्ता पलटा गया ?
उत्तर: चिली में 11 सितम्बर 1973 में आगस्तों पिनोशों ने वहां के सरकार का तख्ता पलटा |
प्रश्न: सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार किसे कहते है ?
उत्तर: अठारह वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को बिना किसी रंगभेद, जाति, धर्म अथवा लिंग आदि के भेद-भाव के उन्हें वोट देने का अधिकार प्राप्त होता है तो इस प्रकार के अधिकार को सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार कहते है |
प्रश्न: जनमत संग्रह से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर: जनमत संग्रह सभी मतदाताओं के समक्ष कोई एक प्रस्ताव रखकर उस पर हाँ या ना में जबाब लेने वाला प्रत्यक्ष चुनाव है | यह किसी नए संविधान, कानून या सरकार की किसी एक नीति पर कराया जा सकता है |
प्रश्न: चिली के सैनिक विद्रोह में किसकी सहायता थी ?
उत्तर : चिली के सैनिक विद्रोह में यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका ने सैनिक विद्रोह में मदद की |
प्रश्न: सेना द्वारा सरकार को उखाड़ फेंकने पर समान्यत: कौन-सी स्वतंत्रताएँ समाप्त हो जाती है ?
अथवा Or
प्रश्न: अगर देश में सैनिक शासन हो जाए तो हमारे किन अधिकारों का हनन होगा ?
उत्तर:
(i) किसी भी तरह की राजनैतिक गतिविधियाँ मान्य नहीं की जाती है | यदि ऐसा करते हुए पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जा सकता है |
(ii) प्रैस की स्वतंत्रता समाप्त हो जाती है |
(iii) किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना कारण बताए गिरफ्तार किया जा सकता है | कई वर्षों की सजा भी दी जा सकती है |
(iv) वकील या दलील के लिए सैन्य शासन में कोई स्थान नहीं है |
(v) आन्दोलनों पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाता है |
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1. समकालीन विश्व में लोकतंत्र
2. लोकतंत्र क्या लोकतंत्र क्यों
3. संविधान निर्माण
4. चुनावी राजनीति
5. संस्थाओं का कामकाज
6. लोकतान्त्रिक अधिकार
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