Chapter 8. उपन्यास, समाज और इतिहास History class 10 exercise अभ्यास प्रश्नोत्तर
Chapter 8. उपन्यास, समाज और इतिहास History class 10 exercise अभ्यास प्रश्नोत्तर ncert book solution in hindi-medium
NCERT Books Subjects for class 10th Hindi Medium
अध्याय-समीक्षा
अभ्यास-समीक्षा
- उपन्यास साहित्य की एक आधुनिक विधा है।
- उपन्यास का विकास इंग्लैंड और फ्रांस से अठारहवी सदी में हुआ।
- पहला धारावाहिक उपन्यास सन् 1836 में छपा था।
- राष्ट्र की तरह उपन्यास भी कई संस्कृतियों को एक साथ इकट्ठा करता है।
- एमिली जोला का जर्मिनल (1885) खदान मजदूरों के शोचनीय हालात को दर्शाता है।
- पहला भारतीय उपन्यास मराठी भाषा में लिखा गया था |
- हिंदी उपन्यास का पाठक वर्ग देवकी नन्दन खत्री के लेखन से पैदा हुआ |
- पिकविक पेपर्स पत्रिका चार्ल्स डिकेन्स की पहली धारावाहिक पत्रिका थी |
- होरी और धनिया गोदान उपन्यास के प्रसिद्ध पात्र है |
- अंगुरिया बिनिमाय बंगाली में लिखा जाने वाला पहला उपन्यास था |
- आर कृष्णमूर्ति तमिल भाषा के लोकप्रिय ऐतिहासिक उपन्याकार रहे हैं |
- कादम्बरी का लेखक बाण भट्ट है |
- सौदामिनी उपन्यास उड़िया भाषा में हैं |
- इंदुलेखा उपन्यास मलयालम भाषा में लिखा गया |
- मेयर ऑफ़ केस्टर ब्रिज नामक उपन्यास के लेखक थामस हार्डी हैं |
- किस्तों में छपने वाले उपन्यास को धारावाहिक उपन्यास कहते हैं |
- हस्तलिखित किताबें पांडुलिपियाँ कहलाती है |
- उपदेशात्मक शैली में लिखे जाने के कारण परीक्षा गुरु उपन्यास अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ |
- सरस्वती विजयम निम्न जाति के लोगों की तरक्की के लिए शिक्षा के महत्व पर बल को रेखांकित करता है |
- प्रेमचन्द्र के उपन्यासों के पात्र समाज के विभिन्न वर्गो से घुल-मिल गये है।
- निजी पत्रों के रूप में प्रकाशित उपन्यास को पत्रात्मक उपन्यास कहते हैं |
- प्रेमचन्द्र ने अपने उपन्यासों मे अभिजात वर्ग, जमींदार वर्ग, जमींदार मध्यवर्गीय किसान, मजदूर, नौकरी पेशा लोगों को लिया है।
- बंकिम चन्द्र चटर्जी ने आनंद मठ नामक प्रसिद्ध उपन्यास की रचना की है |
- साहस और शौर्यशाली अतीत के आहवान से युवा पीढ़ी में देश भक्ति का प्रचार हुआ।
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. प्रेमचन्द्र के उपन्यासों के पात्र समाज के विभिन्न वर्गो से घुल-मिल गये है। चार बिन्दुओं में स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर - (1) प्रेमचन्द्र ने अपने उपन्यासों मे अभिजात वर्ग, जमींदार वर्ग, जमींदार
मध्यवर्गीय किसान, मजदूर, नौकरी पेशा लोगों को लिया है।
(2) उपन्यासों में वर्णित चरित्र लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित एक समुदाय का
निर्माण करते है।
(3) उपन्यासों में निम्नवर्ग से आने वाली महिलाओं को चित्रित किया गया है।
(4) उपन्यास मुख्यत: सामाजिक मुद्दों पर आधारित है तथा चरित्र विभिन्न वर्गों
से ही चुने गये है।
प्रश्न 2. उपन्यासों ने किस प्रकार स्वतन्त्रता सेनानियों को प्रेरित किया ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - (1) आन्नद मठ और अगुरिया बिनिमांय ने स्वतन्त्रता सेनानियों को प्रेरित किया।
(2) बंगाल में कई उपन्यास मराठो और राजपूतों को लेकर लिखे गये। जिससे
अखिल भारतीयता का विकास हुआ।
(3) साहस और शौर्यशाली अतीत के आहवान से युवा पीढ़ी में देश भक्ति का
प्रचार हुआ।
प्रश्न 3. प्रारम्भिक बंगाली भाषा के उपन्यासों की किन्हीं तीन विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - (1) उपन्यास प्रेम कहानियाँ तथा ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित होते थे।
(2) इन्हें गद्य शैली में लिखा जाता था।
(3) उपन्यासों में साधारण बोलचाल की भाषा का प्रयोग हुआ।
प्रश्न 4. भारत में सामाजिक सुधारों के क्षेत्र मे उपन्यासकारों की भूमिका किन्हीं तीन उदाहरणों की सहायता से समझाइए।
उत्तर - (1) सन् 1920 के आस पास बंगाल में ऐसे उपन्यास आये जिनमें किसानों और निम्न जातियों से सम्बन्धित बातें उठायी गयी।
(2) चंदु मेनन का उपन्यास इंदुलेखा उच्च जाति की एक वैवाहिक समस्या पर
प्रकाश डालता है।
(3) पोथेरी कुंजाम्बु ने सरस्वती विजयम नामक उपन्यास में निम्न जाति दमन की
कड़ी निन्दा की गयी है।
प्रश्न 5. ब्रिटेन में महिला पाठकों की वृद्धि के लिए उत्तरदायी कारकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर - (1) औद्योगिकरण के कारण मध्य वर्ग में विकास हुआ। जिससे महिलाओं को
उपन्यास पढ़ने और लिखने का अवकाश मिला।
(2) उपन्यासों में महिलाओं की समस्याओं को उठाया जाने लगा।
(3) बहुत सारे उपन्यास घरेलू जिन्दगी पर आधारित थे।
(4) स्वयं महिलाओं ने अपनी जिन्दगी के बारे में उपन्यासों में लिखा।
प्रश्न 6. उपन्यास किस प्रकार औनिवेशिक मानसिकता को उजागर करते है ? उदाहरण
देकर समझाइए।
उत्तर - (1) डैनियल डैफो कृत राबिसंन कूसो का नायक साहसिक यात्री होने के साथ
दास व्यापारी भी है।
(2) इसमें गैर गोरे लोगों को बराबर का इंसान नहीं माना गया है।
(3) जोसेफ कॉनरैड ने अपने उपन्यासों में औपनिवेशिक गुलामी के काले पक्ष को उजागर किया है।
प्रश्न 7. उपन्यास बहुत सारी संस्कृतियों को एक साथ मिलाता है, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - (1) उपन्यासों मे जनसाधारण की भाषा का प्रयोग किया गया।
(2) उपन्यासों में अलग-अलग बोलियों से निकटता बनाकर एक राष्ट्र के विविध
समुदायों की दुनिया का निर्माण किया।
(3) उपन्यासों में भाषा की अलग अलग शैलियों से भी सामग्री ली गयी।
प्रश्न 8. 19 वीं सदी में युवाओं के लिए किस प्रकार के उपन्यास लिखे गए ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर - (1) आर. एल. स्टीवेंसन, रूडयार्ड किपलिंग आदि उपन्यासकारों ने साहसिक
घटनाओं पर उपन्यास लिखें।
(2) साहसिक घटनाओं पर आधारित उपन्यासों को युवाओं ने पढ़ना प्रारम्भ
किया।
(3) उपन्यासों में उन नौजवानों की बात की गयी जो विभिन्न औपनिवेशिक क्षेत्रों
के विकास तथा ऐतिहासिक घटनाओ के गवाह बने तथा सैनिक कार्यवाहियों
में हिस्सा लिया।
प्रश्न 9. हार्ड टाइम्स की रचना किसने की ?इसकी विषय वस्तु की व्याख्या कीजिए।
उत्तर - (1) हाई टाईम्स की रचना चार्ल्स डिकेन्स ने की।
(2) इसमें औद्योगिकरण के दुष्प्रभावों का वर्णन किया गया है।
(3) इसमें काल्पनिक शहर के माध्यम से औद्योगिकरण के प्रभावों को दिखाया
गया है।
प्रश्न 10. असमिया उपन्यास की प्रमुख रचनाओं एवं उसके विकास की व्याख्या कीजिए।
उत्तर - (1 ) असमिया भाषा का उद्गम 7 वीं सदी में हो गया था।
(2) इसका साहित्यिक विकास 13 वीं सदी में हुआ।
(3) प्रारम्भिक असमिया उपन्यास मिशनरियों ने लिखे थे।
(4) प्रमुख उपन्यास फूलमणी और करूणा थे।
प्रश्न 11. मलयालम में लिखा उपन्यास इंदुलेखा किस मुद्दे को इंगित करता है ?तीन कारण लिखिए।
उत्तर - (1) इन्दुलेखा प्रेमकथा पर आधारित उपन्यास था।
(2) नम्बरदारी ब्राहामण उस समय केरल के बड़े जमींदार थे और नायरों का एक
बड़ा वर्ग उनका रैयती लगानदार था।
(3) इन्दुलेखा जैसे उपन्यास उच्च जाति के लोगों द्वारा लिखे जाते थे। इनमे
उच्च जाति के व्यक्तियों का ही उल्लेख किया जाता था।
प्रश्न 12. हिन्दी के पहले आधुनिक उपन्यास का नाम लिखिए जो सबसे अधिक बिका। इसका लेखक कौन था ? यह अधिक प्रसिद्ध क्यों हुआ ?
उत्तर - (1) प्रथम आधुनिक हिन्दी उपन्यास चन्द्रकान्ता एक रूमानी उपन्यास था।
(2) यह उपन्यास देवकी नदंन खत्री द्वारा लिखा गया था।
(3) इसे पूर्णत: पढ़ने के आनंद की दृष्टि लिखा गया था।
प्रश्न 13. भारत में उपन्यास की लोकप्रियता के कोई तीन कारण लिखिए।
उत्तर - (1) उपन्यासों ने मनोरंजन के नए तरीके उपलब्ध करवाए।
(2) उपन्यासों की कीमत कम थी।
(3) इनमें दी गयी कहानियां वास्तविक और रोचक होती थी।
(4) उपन्यासों ने व्यक्तिगत स्तर पर पढ़ने का आनंद दिया।
प्रश्न 14. उपन्यासों में वर्णाक्युलर भाषा का प्रयोग किए जाने के कोई तीन उपयोग बताइए।
उत्तर - (1) वर्नाक्युलर वह भाषा होती है। जो आम जनता द्वारा बोली और समझी जाती
है।
(2) इससे एक साझे राष्ट्र का अहसास हुआ।
(3) इससे शास्त्रीय भाषा और सड़क छाप भाषा में सामंजस्य स्थापित हुआ।
(4) यह विश्व की विभिन्न संस्कृतियों को एक साथ लेकर आई।
प्रश्न 15. रौकेया हुसैन के शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में योगदान की व्याख्या करो।
उत्तर - (1) वे एक समाज सुधारक थी।
(2) उन्होने कलकत्ता में लडकियों के लिए एक विद्यालय खोला।
(3) उन्होने अंग्रेजी में सुल्ताना का स्वप्न नामक एक व्यंग्यात्मक फंतासी लिखी।
(4) उन्होंने अपने उपन्यास पद्राग के माध्यम से बताया कि इस बात की
आवश्यकता है कि महिलाएं अपनी एवं दूसरी महिलाओं की दशा स्वयं सुधार
सकती है।
प्रश्न 16. महिलाओं द्वारा उपन्यास लेखन तथा अन्य प्रकार के लेखक क्षेत्र में किए गये योगदान की व्याख्या करो ?
उत्तर -
(1) सबसे महिलाओं ने कहानियां, कविताएं, निबन्ध तथा आत्म कथाएं लिखना शुरू किया।
(2) महिलाएं बाद में उपन्यास भी लिखने लगी।
(3) बीसवीं शताब्दी में दक्षिण भारत में महिलाएं उपन्यास, लघुकथाएं लिखने लगी।
(4) कुछ महिलाओं ने ऐसी नारियों के बारे में लिखा जिन्होंने महिलाओं के जीवन में परिवर्तन ला दिया।
अभ्यास प्रश्नोत्तर
अभ्यास प्रश्नोत्तर:
1 इनकी व्याख्या करें-
(क) ब्रिटेन में आए सामाजिक बदलावों से पाठिकाओं की संख्या में इज़ाफा हुआ।
(ख) राबिन्सन क्रूसो के वे कौन-से कृत्य हैं, जिनके कारण वह हमें ठेठ उपनिवेशकार दिखाई देने लगता है।
(ग) 1740 के बाद गरीब लोग भी उपन्यास पढ़ने लगे।
(घ) औपनिवेशिक भारत के उपन्यासकार एक राजनैतिक उद्देश्य के लिए लिख रहे थे।
उत्तर:
(क) ब्रिटेन में आए सामाजिक बदलावों से पाठिकाओं की संख्या में इज़ाफा हुआ| इसके निम्नलिखित कारण थे:-
(i) अठारहवीं सदी में मध्य वर्ग अधिक संपन्न हो गया था जिसके परिणामस्वरूप महिलाओ क पढने और लिखने का समय मिलने लगा|
(ii) पैनी मैगजींस या एकपैसिया पत्रिकाएँ महिलाओ के लिए लिखी जाती थी|
(iii) कई सरे उपन्यास घरेलू जिंदगी पर केन्द्रित था| इनमें महिलाओ को अधिकार के साथ बले को मिला|
(ख) नीचे लिखे कृत्य राबिन्स क्रूसो को ठेठ उपनिवेशकार दिखने में सहायक हैं-
(i) राबिन्स क्रूसो दासो का एक व्यापारी हैं जिसने कभी गैर-गोरे लोगो को बराबर का इंसान नहीं माना | उसने उनको हमेशा हीनतर जीव माना|
(ii) एक 'देसी' को मुक्त कराकर उसे वह गुलाम बना लेता | वह उसका नाम तक नही पूछता बल्कि उसका नाम 'फ्राइडे' रखता हैं|
(ग) 1740 के पश्चात् गरीब लोग भी उपन्यास पढने लगे| इसके निम्नलिखित कारण थे:-
(i) 1740 में किराए पर चलने वाले पुस्तकालयों की स्थापना से लोगों को किताबे मिलनी आसन हो गई|
(ii) तकनीकी सुधार के परिणामस्वरूप छपाई के खर्चे में कमी आई|
(घ) औपनिवेशिक भारत के उपन्यासकार एक राजनैतिक उद्देश्य के लिए लिख रहे थे| यह निम्नलिखित तर्कों से स्पष्ट होता हैं:-
(i) उपन्यासों ने विभिन्न स्वतंत्र सेनानियों को प्रेरित किया|
(ii) उपन्यासों से गुलाम जनता ने अपनी चाहत को साकार करने का तरीका ढूंढ लिया|
(iii) बंगाल में कई उपन्यास मराठो और राजपूतो को लेकर लिखे गए| इनसे अखिल भारतीय का एहसास पैदा होता हैं|
2. तकनीक और समाज में आए उन बदलावों के बारे में बतलाइए जिनके चलते अठारहवीं सदी के यूरोप में उपन्यास पढ़ने वालों की संख्या में वृद्धि हुई|
उत्तर: तकनीक और समाज में आए बदलाव निम्नलिखित हैं जिनके चलते अठारहवीं सदी के यूरोप में उपन्यास पढ़ने वालों की संख्या में वृद्धि हुई:-
(i) 1740 में क्रिय पर चलने वाले पुस्तकालय प्रारंभ हो गये| इससे लोगो को पुस्तके मिलनी आसन हो गई|
(ii) तकनीकी सुधार से छपाई सस्ती हो गई|
(iii) मध्यवर्ग के संपन्न होने से महिलाओ को उपन्यास पढने का समय मिला तथा उपन्यासों में उनकी रुचि जागृत हुई|
(iv) युवा वर्ग में साहसिक उपन्यास लोकप्रिय हुए तो किशारियों में प्रेम कहानी|
3. निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखें-
(i) उड़िया उपन्यास
(ii) जेन ऑस्टिन द्वारा औरतों का चित्रण
(iii) उपन्यास परीक्षा-गुरु में दर्शायी गई नए मध्यवर्ग की तस्वीर
उत्तर: (i) उड़िया उपन्यास :- 1877 - 78 में नाटककार रामशंकर राय ने 'सौदामिनी' के नाम से पहले उपन्यास का धारावाहिक प्रकाशन शुरू किया परन्तु यह पूरा नहीं हुआ| इसके पश्चात् फ़कीर मोहन सेनापति ने ' छः माणो आठौ गुंठौ ' 190 2 में लिखा| इसका विषय एक ज़मींदार के मेनेजर मंगराज द्वारा अपना स्वामी को ठगना और निःसंतान बुनकर पति-पत्नी भगिया और सारिया की उपजाऊ ज़मीन को हथियाना हैं| इस उपन्यास ने इन विषयों पर लिखने का मार्ग अन्य उपन्यास कारो के लिए खोल दिए|
(ii) जेन ऑस्टिन द्वारा औरतों का चित्रण :- जेन ऑस्टिन के उपन्यासों में उन्नीसवीं शताब्दी के ब्रिटेन के ग्रामीण कुलीन समाज की व्याक्य की | जिसमें महिलाओ को धनी या जायदाद वाले वर खोजकर ' अच्छा' विवाह करने के लिए उत्साहित किया जाता था|
(iii) उपन्यास परीक्षा-गुरु में दर्शायी गई नए मध्यवर्ग की तस्वीर:- इस उपन्यास से नए ,मध्यवर्ग को आंतरिक और बहरी दुनिया का पता चलता हैं| औपनिवेशिक आधुनिकता का संसार एक साथ भयानक और आकर्षक मालूम पड़ता हैं| उपन्यास के पात्र अपने धर्म के द्वारा दो अलग संसारो के बीच की दूरी को कम करने की कोशिश करते दिखाए गए हैं|
चर्चा करें :
1. उन्नीसवीं सदी के ब्रिटेन में आए ऐसे कुछ सामाजिक बदलावों की चर्चा करें जिनके बारे में टॉमस हार्डी और चार्ल्स डिकेन्स ने लिखा है।
उत्तर: उन्नीसवीं सदी के ब्रिटेन में आए सामाजिक बदलावों के बारे में टॉमस हार्डी और चार्ल्स डिकेन्स ने निम्नलिखित वर्णन किया है:
टॉमस हार्डी- टॉमस हार्डी ने देहाती क्षेत्रों में बदलाव का वर्णन अपने उपन्यास 'मेयर ऑफ केस्टरब्रीज' में किया हैं| इस उपन्यास में टॉमस हार्डी ने पुराने वक्त के गायब होने का अफ़सोस किया हैं क्योंकि उसमें अपनापन था परन्तु वहां नयी व्यवस्था की कमियों और नई खूबियों का भी अहसास था|
चार्ल्स डिकेन्स- चार्ल्स डिकेन्स ने औद्योगीकरण के दुष्प्रभावो का वर्णन अपने उपन्यास 'हार्ड टाइम्स' में किया हैं| उनके उपन्यास में वर्णित कोकटाउन एक उदास काल्पनिक शहर हैं, जहाँ मशीनों की भरमार हैं, धुँआ उगलती चिमनिया हैं, प्रदूषण से श्याह पड़ी नाधियाँ हैं, और सब मकान एक-से हैं| इसने न केवल लाभ के लोच की आलोचना की बल्कि उन विचारो को भी आलोचना की जो इंसानों को केवल उत्पादन का औज़ार मानते हैं|
2. उन्नीसवीं सदी के यूरोप और भारत, दोनों जगह उपन्यास पढ़ने वाली औरतों के बारे में जो चिंता पैदा हुई उसे संक्षेप में लिखें। इन चिंताओ से इस बारे में क्या पता चलता है कि उस समय औरतों को किस तरह देखा जाता था?
उत्तर: (i) उन्नीसवीं शताब्दी के आते-आते यूरोपीय महिलाओ ने अकेले कमरे में उपन्यासों को पढना शुरू कर दिया|
(ii) इनमें अधिकांश माहिए मध्यवर्ग की थी जिनकों संपन्नता के परिणामस्वरूप पढने का समय मिल रहा था|
(iii) भारत में उपन्यासों के दुष्प्रभावों के बारे में चिंता थी की महिलाओ और बच्चो को आसानी से बहकाया जा सकता था|
(iv) उनके उपन्यास पढने पर चिंता व्यक्त की गई ताकि उनका जीवन बर्बाद न हो|
3. औपनिवेशिक भारत में उपन्यास किस तरह उपनिवेशकारों और राष्ट्रवादियों, दोनों के लिए लाभदायक था?
उत्तर: औपनिवेशिक भारत में उपन्यास निम्न प्रकार से उपनिवेशकारों और राष्ट्रवादियों, दोनों के लिए लाभदायक था-
उपनिवेशकारों के लिए:- इन्हें उपन्यासों से देसी जीवन व रीति-रिवाज़ से जुड़ीं जानकारी प्राप्त होती थी| यह जानकारी भारत के विभिन्न समुदाए और जातियों पर शासन करने के लिए उपयोगी थी| इससे उपनिवेशकारो को भारतीयों की गृहस्थी के बारे में पता चलता हैं|
राष्ट्रवादियों के लिए :- इनके लिए भी यह लाभदायक थे क्योंकि इनसे भूत के साथ एक संबंध स्थापित किया गया| इसमें प्राचीनकाल की शौर्य और साजिश की रोमांचक कहानियाँ सम्मिलित थी| प्राचीनकाल का महिमा-गायन करके इनके द्वारा पाठको में राष्ट्र गौरव की भावना का संचार किया गया|
4. इस बारे में बताएँ कि हमारे देश में उपन्यासों में जाति के मुद्दे को किस तरह उठाया गया। किन्हीं दो उपन्यासों का उदाहरण दें और बताएँ कि उन्होंने पाठकों को मौजूदा सामाजिक मुद्दों के बारे में सोचने को प्रेरित करने के लिए क्या प्रयास किए।
उत्तर: हमारे देश में उपन्यासों में 'उच्च जाति' की निम्न जाति से वैवाहिक समस्या और जाति-दमन जैसे मुद्दे को उठाने का प्रयास किया गया था| इसमें उपन्यासकार पाठको को नए मूल्यों की सराहना करने और अनैतिक तरीकों को न अपनाने का परामर्श देते है, जैसे 'इन्दुलेखा' में किया गया हैं| दूसरी ओर पोथेरी कुंजाम्बू ने 'सरस्वतीविजयम' में निम्न जाति के लोगो की उन्नति के लिए शिक्षा के महत्व पर जोर दिया|
5. बताइए कि भारतीय उपन्यासों में एक अखिल भारतीय जुड़ाव का अहसास पैदा करने के लिए किस तरह की कोशिशें की गईं।
उत्तर: (i) उपन्यासों में कल्पित राष्ट्र रूमानी, साहस, वीरता और त्याग से औत प्रोत था| इस प्रकार उपन्यास में गुलाम जनता ने अपनी चाहत को पूरा करने का तरीका ढूँढा|
(ii) बंकिम के 'आनंदमठ' में मुसलमानों से लड़कर हिन्दू साम्राज्य स्थापित करने वाले हिन्दू सैन्य संगठन की कहानी द्वारा स्वतंत्र सेनानियों को प्रेरित करने का प्रयास किया|
(iii) इस प्रकार साहस और शौर्यशाली अतीत के आह्वान के द्वारा एक साझे राष्ट्र के अहसास को लोकप्रिय बनाने का प्रयत्न किया गया|
Select Class for NCERT Books Solutions
NCERT Solutions
NCERT Solutions for class 6th
NCERT Solutions for class 7th
NCERT Solutions for class 8th
NCERT Solutions for class 9th
NCERT Solutions for class 10th
NCERT Solutions for class 11th
NCERT Solutions for class 12th
sponder's Ads
History Chapter List
Chapter 1. यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय
Chapter 2. इंडो-चाइना
Chapter 3. भारत में राष्ट्रवाद
Chapter 4. भूमंडलीयकृत विश्व का बनाना
Chapter 5. औद्योगीकरण का युग
Chapter 6. काम, आराम और आधुनिक जीवन : समकालीन विश्व में शहर
Chapter 7. मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया
Chapter 8. उपन्यास, समाज और इतिहास
sponser's ads